भतीजे से जंग के बीच शिवपाल ने बड़े भाई मुलायम के खिलाफ भी कर डाली बगावत!
शॉर्ट हेडलाइन
आजमगढ़। भतीजे अखिलेश यादव के साथ टकराव के बाद अलग पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव ने अब बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की सीट आजमगढ़ में भी बगावत का बिगुल बजा दिया है। खबर है कि शिवपाल यादव ने तय कर लिया है कि वह आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेंगे। शिवपाल ने शनिवार को आजमगढ़ में खुद इस बारे में ऐलान किया। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ सीट से भी सेक्युलर मोर्चा का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा।
मुख्तार अंसारी को पार्टी में शामिल करने पर भी बोले शिवपाल
शिवपाल यादव ने कहा कि आजमगढ़ संसदीय सीट पर उनका सेक्युलर मोर्चा न केवल प्रत्याशी उतारेगा बल्कि वह भारी बहुमत से जीत भी दर्ज करेगा। शिवपाल ने दावा किया कि 2019 लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी की सरकार बिना सेक्युलर मोर्चा की मदद के नहीं बन पाएगी। इस दौरान बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को पार्टी में शामिल किए जाने के बारे में पूछ जाने पर शिवपाल यादव ने कहा कि वह इस संबंध में पार्टी के नेताओं से बात करेंगे और अगर पार्टी चाहेगी तो उन्हें सेक्युलर मोर्चा में शामिल किया जाएगा।
अखिलेश के मंच पर दिखे मुलायम तब से बदल गए शिवपाल के तेवर
शिवपाल यादव जब आजमगढ़ से सेक्युलर मोर्चा प्रत्याशी उतारने की बात कर रहे थे, तब उन्होंने एक बार मुलायम सिंह यादव के नाम का जिक्र नहीं किया। इससे पहले शिवपाल खुद मुलायम सिंह यादव से उनकी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की प्रार्थना कर चुके हैं, लेकिन मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के मंच पर बेटे अखिलेश के साथ खड़े दिखाई दिए। नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर मुलायम ने बेटे अखिलेश को पहले की तरह कई सुझाव भी दिए। माना जा रहा है, तभी से शिवपाल के रुख में बदलाव आ गया है।
कई बार नेताजी के प्रति प्यार औरर सम्मान का इजहार कर चुके हैं शिवपाल
इससे पहले शिवपाल यादव कई बार मुलायम के प्रति अपने प्रेम-भाव की बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमने राजनीति में नेताजी के साथ शुरुआत की, अगर वह नहीं होते तो हम भी कहीं नौकरी कर रहे होते। नेताजी का आशीर्वाद हम पर है। कुछ लोग उन्हें बहका रहे हैं। शिवपाल यादव की कई बार सेक्युलर मोर्चा के पोस्टरों में मुलायम की छोटी तस्वीर को लेकर भी विवादों में घिरे रहे हैं। बहरहाल, दोनों भाइयों में चाहे जितना प्रेम हो, लेकिन अब छोटी भाई शिवपाल ने एक प्रकार से बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भी बगावत तो कर ही दी है।