एक तो सर्द रात, ऊपर से प्रदूषण की मार, दिल्ली-NCR में जीना हुआ मुहाल
नई दिल्ली। एक तो पहले से ही देश का दिल ठंड की मार सह रहा है, ऊपर से बढ़ते प्रदूषण ने उसका सिरदर्द बढ़ा दिया है, आपको जानकर हैरत होगी कि साल 2019 के आखिरी गुरुवार की रात सीजन की सबसे सर्द रात रही तो वहीं शुक्रवार सुबह 5.30 बजे तापमान में और गिरावट दर्ज की गई है तो वहीं आज सुबह दिल्ली का औसतन एयर क्वालिटी इंडेक्स 367 रहा, जो कि बुरी स्थिति है, इसके अलावा नोएडा में भी प्रदूषण का स्तर बहुत बुरी श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया है।
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दिल्ली-NCR में जीना हुआ मुहाल
दिल्ली में लगातार तापमान में गिरावट जारी है, साल 1901 के बाद दूसरी बार ऐसा हुआ है जब तापमान में इतनी गिरावट आई है। वहीं हालत और बिगड़ सकती है। पारा लगातार गिरता जा रहा है। शुक्रवार को राजधानी दिल्ली का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री दर्ज किया गया। माना जा रहा है कि न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक पहुंचेगा। शीतलहर और कोहरे की वजह से विजिबिलिटी घटकर 200 मीटर हो गई है।
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अभी और सताएगी ठंड
भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम 1919, 1929,1961 और 1997 में रहा है। इस साल दिसंबर में गुरुवार तक औसत तापमान 19.85 डिग्री रहा और इसके 31 दिसंबर तक 19.15 डिग्री तक गिरने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अभी तक 1997 का दिसंबर 1901 के बाद सबसे ठंडा दिसंबर था जब औसत तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
प्रदूषण हर एक अंग को प्रभावित करता है
'द बीएमजे' नामक जनरल में प्रकाशित एक शोधपत्र के अनुसार वायु प्रदूषण केवल शरीर के कुछ अंगों को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि हर एक अंग को प्रभावित करने में सक्षम है। हार्ट स्ट्रोक, ब्रेन कैंसर, गर्भपात और मानसिक विकार से भी भयानक इसके परिणाम हैं। केवल दो दिनों का प्रदूषण भी भयानक तरीके से बीमार कर सकता है। इसी साल एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण का प्रभाव शरीर की हरेक कोशिका पर पड़ता है।