शिवसेना का पीएम मोदी पर हमला, कहा- अगर ई-मेल पर इंटरव्यू देते रहे तो पत्रकारों की नौकरी चली जाएगी
मुंबई। एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना ने पीएम मोदी के ई-मेल इंटरव्यू को लेकर बड़ा हमला बोला है। शिवसेना का आरोप है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को इंटरव्यू देने के लिए 'ई-मेल का शॉर्ट कट' रास्ता चुना है। शिवसेना ने कहा कि अगर पीएम मोदी ई-मेल पर इंटरव्यू देते रहेंगे तो पत्रकारों की नौकरी चली जाएगी। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में पार्टी ने कहा है, पत्रकार पीएमओ में प्रश्न भेजते हैं, जिसका लिखित जवाब दिया जाता है। कई इसे एक साक्षात्कार के रूप में बताते हैं। दूसरे शब्दों में यह प्रोपोगंडा है।
पीएम ने खुद के चारों ओर एक पिंजरा बना लिया है
शिवसेना ने कहा कि, यह चीन, रूस और वामपंथी देशों में होता है, एकतरफा संवाद इन देशों की परंपरा है। शिवसेना ने कहा कि अगर सीधी बातचीत हुई होती तो उसमें कई प्रकार के प्रश्न पूछे गए होते और इंटरव्यू करने वाला किसी भी तरह के 'फर्जी बयान' को पकड़ लिया होता। पत्रकारों को यह आजादी अवश्य दी जानी चाहिए। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक शिवसेना ने कहा, प्रधानमंत्री बनने के बाद, उन्होंने खुद के चारों ओर एक पिंजरा बना लिया है।
पत्रकारों की नौकरी चली जाएगी
शिवसेना ने संपादकीय में लिखा कि, अगर पीएम इसी तरह ई-मेल के जरिए इंटरव्यू देना जारी रखेंगे तो पत्रकारों की नौकरी चली जाएगी। फिर पत्रकारों को नौकरी दिलाने का एक और काम उनके उपर आ जाएगा। शिवसेना ने आरोप लगाया कि मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद किसी संवाददाता सम्मेलन को संबोधित नहीं किया है और यह उनकी शख्सियत के अनुरूप नहीं है क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनावों तक वह पत्रकारों के मित्र थे।
पत्रकार पीएमओ को प्रश्न भेजते हैं और उन्हें लिखित उत्तर दिया जाता है
शिवसेना ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अचानक ही ईमेल के जरिए साक्षात्कार दिए। इसका मतलब है कि वे आमने-सामने बैठ कर लिए गए साक्षात्कार नहीं थे। पत्रकार पीएमओ को प्रश्न भेजते हैं और उन्हें लिखित उत्तर दिया जाता है। शिवसेना ने लिखा कि, आमने-सामने के होने वाले इंटरव्यू में पत्रकारों को सवाल पूछने का मौका मिलता है। मौजूदा प्रधानमंत्री ने इस तरह की चीज को समाप्त कर दिया। वे अपनी सुविधा के अनुसार जवाब देते हैं। सामना ने लिखा कि, बेरोजारी जैसे मुद्दों पर लोगों के मन में सवाल हैं और यह जरूरी है कि खुद को प्रधान सेवक मानने वाले मोदी उन सवालों का जवाब दें।
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