BMC पर शिवसेना का फिर से कब्जा, किशोरी पेडनेकर का मेयर बनना तय
मुंबई। देश की सबसे अमीर बृहत मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) का कंट्रोल एक बार फिर से शिवसेना के हाथ में आ गया है। क्योंकि बीजेपी के पास जरूरी नंबर ना होने के चलते पीछे हट गई है। वहीं कांग्रेस और एनसीपी ने भी शिवसेना के उम्मीदवार के खिलाफ अभी तक प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। बीएमसी में मेयर के लिए शिवसेना के किशोरी पेडनेकर और डिप्टी मेयर पद के लिए सुहास वाडेकर ने भरा पर्चा है। बीएमसी में 22 नवंबर को मेयर का चुनाव है। फरवरी 2017 में भाजपा के समर्थन से शिवसेना के उम्मीदवार विश्वनाथ महाडेश्वर ने जीत हासिल की थी।
मेयर पद के लिए होने जा रहे चुनाव के नामांकन का सोमवार को आखिरी दिन रहा। इस पदों के लिए केवल शिवसेना की ओर से किशोरी पेडनेकर और डिप्टी मेयर पद के लिए सुहास वाडेकर ने पर्चा भरा है। बीजेपी, कांग्रेस और एनसीपी की ओर से किसी ने भी पर्चा दाखिल नहीं किया है। इससे पहले भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कहा कि भाजपा मुंबई महापौर के चुनावों में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के पास संख्या बल नहीं है और विपक्षी दलों के साथ शामिल होकर पार्टी अपनी विचारधारा के साथ समझौता नहीं करेगी। बीएमसी की कुल 227 सीटें है। इन पार्षदों द्वारा महापौर का चुनाव किया जाता है। वर्तमान में शिवसेना के पास बीएमसी में 84 सदस्य है और भाजपा के पास 82 सदस्य है। वर्ष 2017 में भाजपा ने इस पद के लिए शिवसेना के विश्वनाथ महादेश्वर का समर्थन किया था।
वहीं कांग्रेस नेता रवि राजा ने कहा कि उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारने का उनकी पार्टी का फैसला शिवसेना के समर्थन के लिए नहीं होना चाहिए। हमारे पास संख्या नहीं है और इसलिए हमने बीएमसी में मेयर और डिप्टी मेयर दोनों पदों के लिए कोई उम्मीदवार नहीं रखा है। उन्होंने कहा, इसका मतलब यह नहीं है कि हमने किसी भी पार्टी को समर्थन दिया है लेकिन हमने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं क्योंकि हमारे पास नंबर नहीं थे।
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