ADR: 61 करोड़ चंदा घटने के बाद भी शिवसेना क्षेत्रीय दलों में सबसे आगे
नई दिल्ली। शिवसेना को वित्त वर्ष 2016-2017 में क्षेत्रीय पार्टियों में सबसे ज्यादा चंदा मिला। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ओर से मंगलवार को जारी गई रिपोर्ट के मुताबिक, 48 में से 25 क्षेत्रीय दलों ने 91.37 करोड़ रुपए का चंदा प्राप्त होने की घोषणा की है। इन क्षेत्रीय दलों को 91.37 करोड़ रुपए की यह राशि 6,339 डोनेशन के रूप में प्राप्त हुई। क्षेत्रीय पार्टियों ने 20,000 से ज्यादा इससे कम दोनों प्रकार के चंदों की जानकारी उपलब्ध कराई है। रोचक बात यह है कि 91.37 करोड़ की इस राशि का 72.05 प्रतिशत हिस्सा यानी 65.83 करोड़ का चंदा केवल तीन पार्टियों को मिला। ये तीन पार्टियां हैं- शिवसेना, आम आदमी पार्टी (AAP)और शिरोमणि अकाली दल (SAD)।
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्रीय दलों में शिवसेना को 297 डोनेशन के जरिए 25.65 करोड़ का चंदा मिला, जो कि क्षेत्रीय दलों में सबसे ज्यादा रहा। इसके बाद दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी का नाम आता है, जिसे 3,865 डोनेशन के जरिए 24.73 करोड़ का चंदा प्राप्त हुआ। शिरोमणि अकाली दल (SAD) 15.45 करोड़ का चंदा प्राप्त हुआ।
इन तीन क्षेत्रीय पार्टियों को मिले डोनेशन के आंकड़े देखने से पता चलता है कि क्षेत्रीय दलों में भले ही शिवसेना को सबसे ज्यादा चंदा मिला हो, लेकिन पिछले साल की तुलना में उसे प्राप्त हुई राशि में कमी आई है। शिवसेना को मिले चंदे में जो कमी आई है, वह मामूली नहीं है बल्कि 70 प्रतिशत की गिरावट हुई है। शिवसेना को पिछले वित्त वर्ष 2015-2016 में 86.84 करोड़ का चंदा मिला है। कुल मिलाकर शिवसेना का चंदा करीब 61.19 करोड़ रुपए कम हुआ है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी , जिसे शिवसेना से थोड़ा कम चंदा प्राप्त हुआ, उसे पिछले साल की तुलना में चार गुना अधिक राशि प्राप्त हुई है। पिछले वित्त वर्ष में आम आदमी पार्टी को 6.6 करोड़ का चंदा मिला था।
चंदे में तेजी से वृद्धि की बात करें तो असम गण परिषद (एजीपी), जनता दल सेक्युलर (जेडीएस), महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और आप के चंदे में वित्त वर्ष 2015-16 और 2016-17 के बीच अधिकतम वृद्धि देखी गई है।