संजय राउत का मोदी सरकार पर हमला, कहा- राज्यपाल के जरिए सरकार गिराना आपको शोभा नहीं देता
संजय राउत ने महाराष्ट्र में राज्यपाल पर सरकार के कामकाज में दखलअंदाजी का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद और शिवसेना के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में राज्यपालों पर सरकार के कामकाज में दखलअंदाजी का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में लिखे अपने कॉलम में संजय राउत ने कहा कि गैर-भाजपा शासित राज्यों में एक राजनीतिक एजेंट के रूप में राज्यपालों की नियुक्ति और उनके जरिए चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की नीति एक अच्छे प्रशासक की पहचान नहीं है। संजय राउत ने आगे लिखा कि भाजपा महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को पसंद नहीं करती और इसलिए हमारे हर काम को राष्ट्र-विरोधी बताती है।
अपने कॉलम में संजय राउत ने कहा, 'दिल्ली में बैठी केंद्र की सरकार को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि किसी राज्य में गैर-भाजपा सरकार बनाना कोई संविधान के खिलाफ नहीं है। लेकिन, जिन राज्यों में विपक्ष की सरकार है, वहां भाजपा एक राजनीतिक एजेंट के रूप में राज्यपाल की नियुक्ति करती है और सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करती है, जो एक अच्छे प्रशासक को शोभा नहीं देता।' आपको बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच राज्य में मंदिरों को खोले जाने को लेकर तीखी नोंकझोंक हुई थी। मंदिरों को ना खोलने के फैसल पर राज्यपाल ने सीएम उद्धव ठाकरे से पूछा कि क्या वो सेक्युलर हो गए हैं।
'आपातकाल
जैसी
नीतियां
लागू
कर
रही
भाजपा'
संजय
राउत
ने
लिखा,
'महाराष्ट्र
की
तरह
पश्चिम
बंगाल
में
भी
राज्यपाल
बनाम
राज्य
सरकार
की
लड़ाई
चल
रही
है।
महाराष्ट्र
के
राज्यपाल
की
लगातार
कोशिशों
के
बावजूद
उद्धव
ठाकरे
सरकार
स्थिर
है।
गुजरात
के
अंदर
सोमनाथ
और
अक्षरधाम
जैसे
बड़े
मंदिर
बंद
रखे
जाते
हैं।
लेकिन,
जैसे
ही
महाराष्ट्र
में
मंदिरों
को
बंद
रखने
का
फैसला
लिया
जाता
है,
तो
राज्यपाल
सीधे
मुख्यमंत्री
को
चिट्ठी
लिख
देते
हैं।
एकतरफा
शासन
चलाने
के
लिए
आपातकाल
जैसी
नीतियां
लागू
की
जा
रही
हैं।
भाजपा
किसी
भी
तरीके
से
सत्ता
में
रहना
चाहती
है
और
इसके
लिए
किसी
भी
हद
तक
जा
सकती
है।
ये
रूस
और
चीन
से
भी
बुरे
हालात
हैं।'