CBI vs Mamata Banerjee: शिवसेना बोली- ममता बनर्जी का धरने पर बैठना गंभीर मामला है
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच सीबीआई को लेकर चल रही खिंचतान पर अब शिवसेना ने प्रतिक्रिया दी है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ ताजा विवाद की शुरुआत रविवार को हुई, जब केंद्रीय जांच एजेंसी(सीबीआई) की टीम कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ के लिए कोलकाता पहुंची। सीबीआई राज्य के चिटफंड मामलों, जिसमें शारदा केस भी शामिल है, उनसे पूछताछ करने आई थी। कोलकाता पुलिस ने इससे पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया और बाद में रिहा कर दिया।
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संजय राउत बोले- यह गंभीर मामला है
अब इस मामले पर शिवसेना से सांसद संजय राउत ने कहा है कि अगर एक बड़े राज्य पश्चिम बंगाल के सीएम धरने पर बैठे हैं तो यह एक गंभीर मामला है। उन्होंने कहा है कि यह सीबीआई बनाम ममता बनर्जी या फिर ममता बनर्जी बनाम भाजपा हैं, हम जल्द ही इसका पता लगाएंगे। यदि सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है तो यह राष्ट्र की गरिमा और एजेंसी की प्रतिष्ठा का मामला है।
धरने पर बैठी हैं ममता बनर्जी
ममता ने अपनी आक्रामक राजनीतिक स्टाइल अपनाते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त के घर में घुसने की सीबीआई की योजना का विरोध करते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। इस बीच, भाजपा नेताओं ने राज्य में कानून और व्यवस्था की खराब स्थिति का हवाला देते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है । इधर मामले को लेकर सीबीआई सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के खिलाफ सबूत मिले तो उनको कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। हालांकि मंगलवार को भी इस मामले पर सुनवाई होगी।
संसद में भी गरमाया पश्चिम बंगाल में सीबीआई का मामला
सीबीआई को रोके जाने का मामला संसद में भी गरमाया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कल हालात इतने खराब हो गए कि सीबीआई की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को भेजना पड़ा। गृहमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने शारदा चिट फंड मामले में जांच के आदेश दिए थे। पुलिस कमिश्नर को कई बार तलब किया गया लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया और वो खुद इस मामले पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।