कॉर्पोरेटर बेटे को बर्थ डे गिफ्ट में तेंदुए का बच्चा देंगे शिवसेना के ये विधायक
नई दिल्ली- महाराष्ट्र में शिवसेना के एक विधायक अपने बेटे को बर्थ डे गिफ्ट के रूप में तेंदुए का बच्चा देना चाहते हैं। इसके लिए वो आजकल मुंबई के संजय गांधी नेशनल पार्क का चक्कर काट रहे हैं। दरअसल, यहां एक तेंदुए का ऐसा बच्चा लाया गया है जो पास के येऊर पहाड़ी से लावारिस मिला था। अब तक वन अधिकारियों ने उसके मां की काफी तलाश की है, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया है। माना जा रहा है कि तेंदुए के उस बच्चे की उम्र एक महीने से भी कम है। शनिवार को विधायक नेशनल पार्क जाकर गोद लेने की प्रक्रिया पूरी करने वाले हैं।
शिवसेना विधायक गोद लेंगे तेंदुए का बच्चा
शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने शुक्रवार को कहा है कि वह तेंदुए के बच्चे को गोद लेने की योजना बना रहे हैं। तेंदुए का ये बच्चा कुछ हफ्ते पहले महाराष्ट्र के ठाणे जिले के येऊर हिल्स में लावारिस पाया गया था। ठाणे के ओवला-माजिवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि तेंदुए का बच्चा अभी बोरिवली के संजय गांधी नेशनल पार्क के मेडिकल ऑफिसर्स की देख-रेख में है। सरनाईक शनिवार यानि 28 दिसंबर को तेंदुए के बच्चे को औपचारिक तौर पर गोद लेने की प्रक्रिया पूरी करना चाहते हैं। बता दें कि तेंदुए का ये नवजात पिछले 4 दिसंबर को येऊर हिल्स के ओपन जिम के पास से बरामद हुआ था। उसके बाद उसकी मां को तलाशने की काफी कोशिशें की गईं और जब सारी मेहनत बेकार गई तो उसे नेशनल पार्क के विशेषज्ञों के हवाले कर दिया गया।
बेटे को बर्थ डे गिफ्ट में तेंदुए का बच्चा देंगे विधायक
दरअसल, 28 दिसंबर को विधायक के बेटे पूर्वेश सरनाईक का जन्मदिन है और प्रताप सरनाईक उन्हें इस मौके पर तेंदुए का बच्चा ही गिफ्ट देना चाहते हैं। बता दें कि पूर्वेश भी शिवसेना के नेता हैं और वे युवा सेना के सचिव और शहर के कॉर्पोरेटर भी हैं। विधायक की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तेंदुए को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए शनिवार को पिता-पुत्र दोनों नेशनल पार्क जाएंगे और माना जा रहा है कि वे उसे अपने साथ ही लेकर लौटेंगे।
येऊर पहाड़ी पर मिला था तेंदुए का बच्चा
मामला 4 दिसंबर का है जब येऊर पहाड़ी पर सैर पर निकले लोग तेंदुए की आवाज सुनकर सहम गए थे। बाद में उन्हें तब राहत मिली जब उन्हें पता चला कि आवाज तेंदुए के नवजात बच्चे की है। उन्होंने फौरन इसकी जानकारी वन विभाग को दी, जो उसे लेकर संजय गांधी नेशनल पार्क के पशु अस्पताल चले गए। वन अधिकारियों के मुताबिक उस दिन बच्चा 2-3 का ही रहा होगा। झाड़ियों के बीच पत्थर के टुकड़े पर पड़े हुए नन्हे तेंदुए की हालत तब ऐसी थी कि वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। बता दें कि येऊर का इलाका नेशनल पार्क से सटा है और यहां कई तेंदुए बाहर की सड़क पर तेज रफ्तार गाड़ियों के शिकार भी हो चुके हैं।
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