कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज, शिवसेना ने राज्यपाल कोश्यारी पर लगाए गंभीर आरोप
मुंबई। देश के सबसे बड़े कोरोना हॉटस्पॉट महाराष्ट्र में अब कोविड-19 मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर उद्धव सरकार पर विपक्ष का हमला तेज हो गया है। विरोधियों को जवाब देते हुए बुधवार को शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को ही आड़े हाथ ले लिया है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और एनसीपी के नेता लगातार राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात कर रहे हैं और उनसे राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार के पार पहुंच गई है, वहीं मरने वालों का आंकड़ा 1792 हो चुका है। राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमितों के बीच अब महामारी से लड़ने की बजाए पक्ष-विपक्ष आपस में ही भिड़ गया है। शिवसेना ने सामना में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और विरोधी राजनीतिक दलों पर निशाना साधा है। सामना में लिखा गया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल जिन नियुक्तियों के अधिकार की बात कर रहे हैं वह सिर्फ संविधान में संशोधन के बाद ही संभव है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर कई आरोप लगाए हैं। शिवसेना ने कहा, राज्यपाल संघ का झंडा उठाने वाले संत महात्मा हैं। ऐसे महात्मा आग लगाने का काम कर सकते हैं, यह विश्वास नहीं किया जा सकता है। सामना में आगे कहा गया कि राज्य में गर्मी भी है और वायरस भी, उम्मीद थी की गर्मी बढ़ने के साथ वायरस भी मर जाएगा लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। इसी बीच उद्धव सरकार विरोधियों का कीड़ा भी बिलबिलाने लगा है। पता है कि राजभवन की आबोहवा खाना-पीना अच्छा है, इसलिया राज्यपाल कोश्यारी से मिलने वालों की लाइन लगी हुई है, वहां सरकार बनाने और बिगाड़ने वाले आते रहते हैं।
यह भी पढ़ें: ठाकरे के मंत्री बोले- महाराष्ट्र सरकार गिराने के मुंगेरीलाल के सपने देख रहे हैं मोदी और फडणवीस