आईआईटी-मुंबई में हनुमान की पेंटिंग पर शिवसेना ने किया बवाल, कैंपस में सुरक्षा बढ़ाई गई
कैंपस में स्टॉल लगाने वालों और दर्शकों ने बताया कि पेंटिंग को लेकर काफी गरमागरम बहस भी हुई थी। शिवसेना नेताओं ने बताया कि उन्हें पेंटिंग के बारे में रविवार को पता चला था।
मुंबई। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मुंबई के एक कार्यक्रम के दौरान शिवसेना नेता ने हनुमान की एक पेंटिंग देखकर विरोध करना शुरू कर दिया। शिवसेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद प्रशासन ने पेंटिंग को हटा लिया। देश के नामी शिक्षा संस्थान में कल्चरल फेस्टिवल 'मूड इंडिगो' चल रहा है। कार्यक्रम में पहुंचे शिवसेना नेता को हनुमान पेंटिंग सही नहीं लगी और उसने विरोध करना शुरू कर दिया।
पेंटिंग
को
लेकर
हुई
काफी
बहस
दरअसल,
कैंपस
में
स्टूडेंट
एक्टिविटी
सेंटर
में
छात्रों
की
बनाई
तमाम
पेंटिंग
के
बीच
एक
पेंटिंग
हनुमान
की
भी
थी।
हिंदुओं
में
आराध्य
माने
जाने
वाले
हनुमान
की
इस
पेंटिंग
में
उनके
एक
हाथ
में
पहाड़
है
जबकि
दूसरे
हाथ
में
गदा
की
जगह
पेन
है।
शिवसेना
नेता
को
यह
बात
बुरी
लगी।
पेंटिंग
को
लेकर
विवाद
बढ़ा
और
शिवसेना
के
कई
अन्य
नेता
व
कार्यकर्ता
कैंपस
में
पहुंचकर
हंगामा
करने
लगे,
जिसके
बाद
पेंटिंग
को
वहां
से
हटाना
पड़ा।
इस
पूरे
मामले
में
कार्यक्रम
में
आयोजकों
की
ओर
से
कोई
बयान
नहीं
जारी
किया
गया।
हालांकि
कैंपस
में
स्टॉल
लगाने
वालों
और
दर्शकों
ने
बताया
कि
पेंटिंग
को
लेकर
काफी
गरमागरम
बहस
भी
हुई
थी।
शिवसेना
नेताओं
ने
बताया
कि
उन्हें
पेंटिंग
के
बारे
में
रविवार
को
पता
चला
था
जिसके
बाद
स्थानीय
नेता
सोमवार
को
आईआईटी
कैंपस
में
गए।
उन्हें
स्थानीय
विधायक
सुनील
राउत
और
शिवसेना
नेता
दत्ता
दाल्वी
ने
निर्देश
दिए
थे।
शिवसेना
नेताओं
ने
दी
चेतावनी
इस
मामले
में
दत्ता
दाल्वी
ने
कहा,
'पेटिंग
खराब
थी।
इससे
काफी
लोगों
की
धार्मिक
भावना
को
ठेस
पहुंची
है।
हनुमान
जैसे
हिंदुओं
के
पूज्य
देवताओं
को
इस
तरह
की
पेंटिंग
में
दिखाने
का
कोई
तुक
नहीं
है।
छात्रों
को
ऐसा
नहीं
करना
चाहिए
था।'
शिवसेना
के
ही
एक
स्थानीय
शाखा
प्रमुख
नीलेश
सालुंखे
ने
कहा
कि
इस
मुद्दे
को
लेकर
वे
स्टूडेंट
काउंसिल
के
सदस्यों
से
भी
मिले
और
चेतावनी
दी
थी
कि
अगर
पेंटिंग
को
हटाया
नहीं
गया
तो
वे
कार्यक्रम
नहीं
होने
देंगे।
उन्होंने
कहा,
'कैंपस
में
जब
छात्रों
से
पेंटिंग
को
लेकर
सवाल
किए
गए
तो
उन्होंने
कहा
कि
इसे
बाहर
के
स्टूडेंट
ने
बनाया
है।
यह
सरासर
झूठ
लग
रहा
है।
लेकिन
जब
हमने
उसका
नाम
जानना
चाहा
तो
वे
बता
नहीं
पाए।
मामला
तब
सुलझा
जब
प्रशासन
ने
माफी
मांगी
और
स्टूडेंट
काउंसिल
ने
हमें
लिखित
में
दिया
कि
वे
ऐसी
गलती
दोबारा
नहीं
करेंगे।'
घटना
के
बाद
से
कैंपस
में
सुरक्षा
बढ़ा
दी
गई
है।