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अब CAA-NRC के खिलाफ जमात-ए-इस्लामी के कार्यक्रम में शामिल होंगे शिवसेना नेता संजय राउत

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नई दिल्ली- लगता है कि कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद शिवसेना के नेताओं के विचारों में भी तेजी से बदलाव आने लगे हैं। अब शिवसेना के धाकड़ नेता और सांसद संजय राउत ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ये कार्यक्रम मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद की ओर से आयोजित किया जा रहा है। शुरू में पार्टी ने जिस तरह से सीएए का खुलकर समर्थन किया था और अब जिस तरह से उसके नेता उसी के खिलाफ जमात के कार्यक्रम में भाषण देने के लिए हामी भर चुके हैं, उससे लगता है कि आने वाले दिनों बीजेपी की ये पूर्व सहयोगी सियासत में उससे और ज्यादा दूर जाने की तैयारी कर चुकी है।

जमात-ए-इस्लामी के कार्यक्रम में पहुंचेंगे राउत

जमात-ए-इस्लामी के कार्यक्रम में पहुंचेंगे राउत

शनिवार को शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ मुंबई में आयोजित जमात-ए-इस्लामी हिंद के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। सीएए-एनआरसी के खिलाफ ये कार्यक्रम जमात-ए-इस्लामी हिंद, एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स और मराठी पत्रकार संघ की ओर से आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम मुंबई के वीटी स्टेशन के पास पत्रकार भवन में आयोजित किया गया है। गुरुवार को खुद राउत ने इस कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि की है और जमात ने भी उनकी ओर से कंफर्म किए जाने की बात कही है। इस कार्यक्रम में संजय राउत के अलावा बॉम्बे हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बीजी कोलसे पाटिल, वरिष्ठ वकील मिहिर देसाई और एपीसीआर के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील यूसुफ मुछाला भी शामिल होंगे। जमात के मुताबिक इस कार्यक्रम में सीएए और एनआरसी के बीच संबंध और इससे होने वाले संवैधानिक असर पर चर्चा की जाएगी।

पहले अब्दुल सत्तार और अब जमात

पहले अब्दुल सत्तार और अब जमात

गौरतलब है कि शुरुआत में संजय राउत ने सीएबी का समर्थन किया था, लेकिन बाद में वे इसको लेकर लगातार मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प है कि वह सीएए-एनआरसी के विरोध में आयोजित कार्यक्रम में नए कानून के खिलाफ कितने हमलावर होते हैं। राउत का जमात के कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में हुए उद्धव कैबिनेट के विस्तार में औरंगाबाद जिले के सिल्लोड विधानसभा क्षेत्र से विधायक अब्दुल सत्तार को भी उसमें जगह दी गई है। बता दें कि राउत अभी शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादक हैं और कभी इसी के अंक में सत्तार को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी बताया गया था। बता दें कि शिवसेना की राजनीति की एक धारा हमेशा मुंबई हमलों के गुनहगार दाऊद के खिलाफ ही बहती रही है।

उद्धव ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का इंतजार करेंगे

उद्धव ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का इंतजार करेंगे

लोकसभा में राउत की पार्टी शिवसेना के 18 सांसदों ने नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में वोट डाला था। राज्यसभा में भी पार्टी ने इस बिल का विरोध नहीं किया था, अलबत्ता वोटिंग के समय पार्टी के तीन सांसद बायकॉट कर गए थे। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून पर यह लाइन ले रखी है कि वह इसपर आगे कोई कदम बढ़ाने से पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे और उसी आधार पर तय करेंगे कि एनआरसी का समर्थन करना है या विरोध।

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English summary
Shiv Sena leader Sanjay Raut will now join Jamaat-e-Islami program against CAA-NRC
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