संजय राउत बोले- एनडीए किसी एक पार्टी की जागीर नहीं, अब आ गए हैं अलग विचारधारा के लोग
मुंबई। महाराष्ट्र में एनडीए से अलग हुए शिवसेना के तेवर अब पूरी तरह बदले नजर आ रहे हैं। शिवसेना किसी भी मौके पर बीजेपी को घेरने का मौका नहीं छोड़ रही है। मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि, पहले की एनडीए और आज की एनडीए में काफी अंतर हो गया है। आज NDA का नया मालिक कौन है? इसके साथ ही उन्होंने इस बात को भी साफ कर दिया कि, महाराष्ट्र में नई सरकार शिवसेना के सीएम के नेतृत्व में बनने जा रही है।
शनिवार को जब मीडिया ने उनसे पूछा कि, पहले की एनडीए और आज की एनडीए में क्या अंतर है तो उन्होंने कहा कि, पुराने एनडीए और आज के एनडीए में बहुत अंतर है। आज NDA का नया मालिक कौन है? आडवाणी जी जो इसके संस्थापकों में से एक थे, वे या तो छोड़ चुके हैं या निष्क्रिय हैं। 'एनडीए किसी एक पार्टी की जागीर नहीं है और अब तो राज्यसभा में हमारी सिटिंग अरेंजमेंट भी बदली है। ये एनडीए अटलजी आडवाणी जी और जॉर्ज फर्नांडिस वाली एनडीए नहीं है। इसमें तो अलग विचारधारा के लोग आए और गए।
राउत से जब शनिवार को शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत से यह पूछा गया कि क्या पार्लियामेंट सेशन से पहले दिल्ली में होने जा रही एनडीए के बैठक में शिवसेना हिस्सा लेगी? इसके जवाब में संजय राउत ने कहा- नहीं, शिवसेना नहीं जाएगी। वहीं एनडीए से दूर होने के बाद शिवसेना की राज्यसभा में बैठक की व्यवस्था बदल गई है। अब संसद में पार्टी के सांसद विपक्ष की तरफ बैठेंगे। नई व्यवस्था के तहत शिवसेना के सांसद संजय राउत उच्च सदन में 198 नंबर की सीट पर बैठेंगे। इससे पहले वे 38 नंबर की सीट पर बैठते थे।
पिछले महीने हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। दोनों दलों की संयुक्त सीट संख्या 161 थी, जो 288 सदस्यीय विधानसभा में 145 के बहुमत से अधिक थी। लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच विवाद बढ़ने के बाद अलग हो गई थीं। वहीं 54 को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।
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