शिवसेना की मांग- मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाए केंद्र सरकार
मुंबई। अजान प्रतियोगिता को लेकर घिरी शिवसेना ने अब मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की वकालत की है। शिवसेना ने बुधवार को मांग की है कि ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्र सरकार मस्जिदों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को रोकने के लिए कदम उठाए। शिवसेना ने मुखपत्र 'सामना' के अपने संपादकीय में कहा है कि केंद्र को ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम के वास्ते मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए अध्यादेश लाना चाहिए।
यह टिप्पणी शिवसेना के मुंबई-दक्षिण विभ्रम के प्रमुख पांडुरंग सकपाल की मुस्लिम बच्चों के लिए 'अजान' सुनाने की प्रतियोगिता के सुझाव पर आई है। संपादकीय में कहा गया है कि 'अजान' की प्रशंसा करने वाले शिवसेना नेता की भाजपा की आलोचना दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत (नए कृषि कानूनों के खिलाफ) "पाकिस्तानी आतंकवादियों" के समान थी। इसमें कहा गया कि ज्यादातर आंदोलनकारी किसान पूर्व सैनिक हैं या जिनके बच्चे अब देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं।
'सामना' के मराठी संस्करण में कहा गया है, ''किसानों को आतंकवादी कहने वालों से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं। ट्रोल करने वालों को लगता है कि शिवसेना ने हिंदुत्व छोड़ दिया है, लेकिन ईद के पकवान खाते हुए उनकी (भाजपा नेताओं) तस्वीरों पर कोई कुछ नहीं बोलता।'' संपादकीय में कहा गया है, ''हम इसे इसलिए राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाते क्योंकि देश के 22 करोड़ मुसलमान भारतीय नागरिक हैं।''
बीजेपी ने शिवसेना के हिंदुत्व होने पर उठाए थे सवाल
आपको बता दें कि शिवसेना के दक्षिण मुंबई विभाग प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि मस्जिद से दी जाने वाली अजान की आवाज उन्हें मीठी लगती है। बच्चों के खातिर अजान प्रतियोगिता आयोजित की जानी चाहिए। इस बात पर बीजेपी ने आपत्ति करते हुए कहा कि शिवसेना हिंदुत्व छोड़ चुकी है।
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