Shirdi bandh: बैकफुट पर सीएम उद्धव ठाकरे, विवाद सुलझाने के लिए बुलाई मीटिंग
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अपील के बावजूद शिरडी ग्राम सभा ने आज रविवार को बंद रखा, शिरडी के बाजार आज पूरी तरह से बंद रहे और सड़कों पर वाहन तक नहीं दिखे। इस बीच शिरडी के शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है, लोखंडे ने कहा, 'मैं पहले साईं का भक्त हूं और बाद में सांसद हूं। मैं इस प्रदर्शन का समर्थन करता हूं। साईं बाबा उस वक्त शिरडी आए थे, जब वह 16 साल के थे।
सीएम उद्धव ठाकरे ने बुलाई मीटिंग
विवाद को बढ़ते देख सीएम उद्धव ठाकरे ने सोमवार को सचिवालय में मीटिंग बुलाई है। आपको बता दें कि शिरडी साईं मंदिर ट्रंस्ट से जुड़े लोगों और अहमदनगर जिले के अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह से ही बाजार बंद थे, लेकिन भक्तों को मंदिर परिसर के अंदर जाने और दर्शन करने करने की अनुमति थी।गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से साईं जन्मभूमि पाथरी शहर के लिए विकास निधि के ऐलान के बाद उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है, यहां के लोग मुख्यमंत्री के बयान से काफी खफा हैं।
शिरडी ग्राम सभा में बंद
इसलिए शिरडी ग्राम सभा ने फैसला किया है कि जब तक मुख्यमंत्री ठाकरे अपना बयान वापस नहीं लेते हैं, तब तक उनका बंद जारी रहेगा हालांकि मुख्यमंत्री ने शिरडी के लोगों से रविवार के बंद को वापस लेने की बात कही थी लेकिन इसके बावजूद आज शिरडी ग्राम सभा ने आज बंद रखा ।
शिवसेना के सांसद ने बंद का किया समर्थन
शिरडी
के
बंद
का
समर्थन
करते
हुए
शिवसेना
के
सांसद
सदाशिव
लोखंडे
ने
कहा,
'मैं
पहले
साईं
का
भक्त
हूं
और
बाद
में
सांसद
हूं।
मैं
इस
प्रदर्शन
का
समर्थन
करता
हूं।
साईं
बाबा
उस
वक्त
शिरडी
आए
थे,
जब
वह
16
साल
के
थे।
उन्होंने
कभी
अपने
धर्म
या
जाति
का
खुलासा
नहीं
किया।
इसलिए
उन्हें
इन
सब
चीजों
में
नहीं
बांटना
चाहिए।'
क्या कहा था उद्धव ठाकरे ने?
दरअसल साईं बाबा की जन्मभूमि को लेकर विवाद तब पैदा हुआ, जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने परभणी जिले के पाथरी गांव के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की और उसे साईं की जन्मस्थली बताया। शिरडी ग्राम सभा के लोगों का कहना है, वहां विकास को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हमारा विरोध पाथरी को साईं बाबा की जन्मभूमि की पहचान देने से है।