रेल मंत्री से वाणिज्य मंत्री बनना डिमोशन नहीं, हर काम अहम होता है- सुरेश प्रभु
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल का आज (रविवार) को विस्तार हो गया। कुछ नए चेहरे शामिल हुए तो कुछ पुराने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया गया। इसी क्रम में सुरेश प्रभु को रेल मंत्री से कॉमर्स मिनिस्टर बनाया गया है। सुरेश प्रभु को यह मंत्रालय मिलने के बाद से ही खबरें आनी शुरु हो गईं कि उनका डिमोशन किया गया है। अब सुरेश प्रभु ने इन खबरों को खारिज किया है और कहा है कि 'हर काम अहम होता है। हर काम में बराबर की जिम्मेदारी होती है।' उन्होंने कहा कि वह अपने नए काम को एक अवसर के रूप में देखते हैं और देश का तीव्र आर्थिक विकास सुनिश्चित करना चाहते हैं।
प्रभु ने कहा 'मुझे बहुत खुशी है कि पीएम ने मुझसे मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और भारत में व्यापार सुगम बनाने के क्षेत्र में काम करने को कहा। ये सभी सरकार की फ्लैगशिप कार्यक्रम हैं।' उन्होंने कहा कि ये सभी सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम हैं, जिन्हें लागू किया जाना है और मैं इसे सही दिशा में करने की आशा करता हूं।' आपको बता दें कि सुरेश प्रभु के रेल मंत्री रहते हुए बीते माह उत्तर प्रदेश में चार दिन में दो हादसे हुए थे। इन्हीं हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सुरेश प्रभु ने इस्तीफे की पेशकश की थी।
सुरेश प्रभु की जगह पीयूष गोयल को रेल मंत्री बनाया गया है। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के शीघ्र बाद प्रभु ने ट्वीट कर कहा, 'सहयोग करने, प्रेम, सद्भावना के लिए रेल परिवार के सभी 13 लाख से अधिक लोगों का धन्यवाद। मैं इन यादों को हमेशा अपने साथ संजोए रखूंगा।' उन्होंने मंत्री परिषद में शामिल हुए नये सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, 'नई जिम्मेदारी के लिए टीम मोदी के सारे सदस्यों को बधाई।