आप के साथ गठबंधन को लेकर शीला दीक्षित ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लिखा पत्र
नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित खुलकर अपनी राय रखी है। शीला दीक्षित ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि अगर आम आदमी पार्टी के साथ लोकसबा चुनाव में गठबंधन किया जाता है तो यह पार्टी के लिए लंबे समय में नुकसानदायक साबित होगा। उन्होंने पत्र के द्वारा पार्टी को चेताया है कि आप के साथ गठबंधन आने वाले समय में घाटे का सौदा साबित होगा।
गठबंधन के पक्ष में नहीं
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ ना सिर्फ शीला दीक्षित बल्कि पार्टी के तीन वर्किंग प्रेसिडेट हारून युसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लीलोथिया ने भी इस तरह का राय पार्टी के सामने रखी है। इन सभी नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेता पीसी चाको द्वारा फोन सर्वे को पार्टी के कार्यकर्ताओं की राय को आधार मानते हुए आप के साथ गठबंधन को खारिज किया है। सूत्रों का कहना है कि इन सभी नेताओं ने आप के साथ गठबंधन के खिलाफ अपनी इच्छा जाहिर की है।
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शीला की राहुल से अपील
शीला दीक्षित ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर अपील की है कि वह चुनाव से पहले आप के साथ गठबंधन को लेकर चल रही अफवाह और भ्रम को खत्म करें। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं में किसी भी तरह का कोई भ्रम नहीं है। बता दें कि पीसी चाको ने हाल ही में दिल्ली जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करके कहा था कि आप के साथ गठबंधन को लेकर राहुल गांधी अंतिम फैसला लेंगे।
कांग्रेस-भाजपा के बीच अपवित्र गठबंधन
पिछले हफ्ते शीला दीक्षित ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कहा था कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को लेकर किसी भी तरह की कोई गलतफहमी नहीं है। इस खबर के सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि ऐसी अफवाह है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच गोपनीय गठबंधन है। उन्होंने कहा था कि हम भाजपा और कांग्रेस के इस अपवित्र गठबंधन के खिलाफ लड़ेंगे।
पीसी चाको गठबंधन के पक्ष में
28 फरवरी को चाको ने शीला दीक्षित के साथ बैठक की थी और उन्होंने कहा था कि आप के साथ गठबंधन होना चाहिए। सूत्रों का कहना था कि आप दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में कम से कम कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस में कई नेता आप के साथ गठबंधन के खिलाफ हैं। कांग्रेस की ओर से हरियाणा और दिल्ली में आप के साथ गठबंधन से साफ इनकार किया जा चुका है, लेकिन माना जा रहा है कि अभी भी कांग्रेस के भीतर एक तबका ऐसा है जो गठबंधन के पक्ष में है।
23 मई को घोषित होंगे नतीजे
बता दें कि 10 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था। इस बार कुल सात चरणों में लोकसभा के चुनाव कराए जाएंगे। जिसमे से दिल्ली की सभी 7 सीटों पर एक साथ एक ही चरण में मतदान होगा। लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण 19 मई को संपन्न होगा। चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे। गौर करने वाली बात है कि दिल्ली में आप, कांग्रेस और भाजपा अहम मुख्य दल हैं और सभी दल अकेले ही प्रदेश के चुनावी मैदान में हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी आप को कांग्रेस का साथ नहीं मिला है।
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