अब शशि थरूर बोले- पीएम मोदी के अच्छे काम की प्रशंसा होनी चाहिए
नई दिल्ली। जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी के बाद कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में आवाज बुलंद की है। थरूर ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अगर अच्छे काम करते हैं तो उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। इससे जब पीएम मोदी कोई गलती करेंगे तो हमारी आलोचनाओं को विश्वसनीयता मिलेगी। इससे पहले दिग्गज कांग्रेस नेता जयराम रमेश और फिर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पीएम मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है।
शशि थरूर बोले- मोदी अच्छा करें तो उनकी प्रशंसा होनी चाहिए
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, 'जैसा कि आप जानते हैं, मैं 6 साल से ही कहता आ रहा हूं कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छा कहें या अच्छा करें तो उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। इससे जब पीएम मोदी गलती करेंगे तो हमारी आलोचना को विश्वसनीयता मिलेगी। मैं इस बात का स्वागत करता हूं कि विपक्ष के दूसरे नेता भी उसी विचार को मानने लगे हैं जिसे मैंने पहले कहा था।' इससे पहले बुधवार को एक बुक लॉन्च के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा था कि मोदी का गवर्नेंस मॉडल 'पूरी तरह से नकारात्मक कहानी नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के काम को मान्यता नहीं देना और उनकी बातों का हर समय विरोध करना उनकी मदद करता है।
'मोदी सरकार की ओर से किए कामों को स्वीकार करना चाहिए'
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा आगे कहा था, 'राजनीतिक वर्ग को पिछले पांच साल में मोदी सरकार की ओर से किए कामों को स्वीकार करना चाहिए। इसी के चलते वे '30 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं' के समर्थन से सत्ता में फिर से लौटे हैं।' जयराम रमेश ने आगे कहा, 'पीएम मोदी ऐसी भाषा में बात करते हैं, जो उन्हें लोगों से जोड़ता है। अगर आप हमेशा उनका दुष्प्रचार करते रहेंगे, आप उनका सामना करने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।'
सिंघवी ने भी जयराम के सुर में मिलाया सुर
इसके बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने जयराम रमेश के बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, 'मैंने हमेशा कहा है कि मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है। सिर्फ इसलिए नहीं कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं, बल्कि ऐसा करके एक तरह से विपक्ष उनकी मदद करता है।' सिंघवी ने आगे कहा, 'काम हमेशा अच्छा, बुरा या मामूली होता है। काम का मूल्यांकन व्यक्ति नहीं बल्कि मुद्दों के आधार पर होना चाहिए। जैसे उज्ज्वला योजना कुछ अच्छे कामों में से एक है।'