अनिल विज पर शशि थरूर का पलटवार, कहा- आपका ट्वीट लोकतंत्र के लिए 'टूलकिट' से भी ज्यादा घातक
Shashi Tharoor on Anil Vij: किसानों का प्रदर्शन पिछले 82 दिनों से जारी है। बीते गणतंत्र दिवस पर किसानों ने राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। जिसमें जमकर हिंसा हुई। इसके बाद टूलकिट का मामला सामने आया। जिस पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने 13 फरवरी को क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया। इसके बाद से इस घटना पर सियासत जारी है। एक ओर बीजेपी और उसके सहयोगी दल दिशा को देश विरोधी बता रहे, जबकि दूसरी ओर विपक्षी दल उनके बचाव में उतर आए हैं।
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बीजेपी नेता और हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने दिशा रवि की गिरफ्तारी पर एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए, चाहे वो दिशा रवि हो या फिर कोई और। इस पर अब कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पलटवार किया है। उन्होंने अनिल विज के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि वास्तव में इस तरह की पोस्ट हमारे लोकतंत्र के लिए 'टूलकिट' से ज्यादा खतरनाक है। इस ट्वीट में शशि थरूर ने दिशा रवि को टैग भी किया था।
क्या
कह
रही
दिल्ली
पुलिस?
दिल्ली
पुलिस
के
मुताबिक
टूलकिट
मामले
के
जरिए
भारत
में
खालिस्तानी
मूवमेंट
को
फिर
से
जिंदा
करने
की
कोशिश
की
गई
थी।
दिशा
रवि
के
खालिस्तान
समर्थक
पॉइटिक
जस्टिस
फाउंडेशन
के
साथ
देश
विरोधी
प्रचार
में
शामिल
होने
की
जानकारी
भी
मिली
है।
जिस
वजह
से
उन्हें
गिरफ्तार
किया
गया
है।
दिल्ली
पुलिस
का
आरोप
है
कि
उन्होंने
टूलकिट
से
छेड़छाड़
की
है,
जबकि
दिशा
का
कहना
है
कि
उन्होंने
सिर्फ
एक-दो
लाइने
ही
बदली
थीं।
टूलकिट केस: कौन हैं निकिता जैकब?, जिनके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने जारी किया है गैर-जमानती वारंट
क्या
है
टूलकिट?
इन
दिनों
टूलकिट
चर्चा
का
विषय
बना
हुआ
है।
आमतौर
पर
टूलकिट
को
आंदोलन
का
आगे
बढ़ाने
वाला
दस्तावेज
कहा
जाता
है।
किसान
आंदोलन
से
जुड़े
टूलकिट
में
सभी
जानकारियां
थी,
जैसे-
कब
किसे
ट्वीट
करना
है,
कब
ट्वीट
करने
से
ज्यादा
प्रभाव
पड़ेगा।
इसके
अलावा
किन-किन
हस्तियों
से
आंदोलन
को
समर्थन
दिलवाना
है।
दिल्ली
पुलिस
का
मानना
है
कि
लालकिला
हिंसा
में
इस
टूलकिट
का
बड़ा
रोल
था।