जामिया पहुंचे शशि थरुर, कहा- सीएए अलोकतांत्रिक और भेदभावपूर्ण कानून
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून देश में लागू हो चुका है। लेकिन देशभर में इस इस कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार को जामिया में हो रहे विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी हिस्सा लेने पहुंचे। जामिया मिल्लिया इस्लामिया में अपने संबोधन के दौरान थरूर ने कहा कि, सीएए अलोकतांत्रिक और भेदभावपूर्ण कानून है। यह भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा है। जिसमें मोदी सरकार ने जानबूझकर एक खास धर्म के लोगों को छोड़ दिया है।
रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर और दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा पहुंचे। शशि थरूर ने कहा कि, भारत की पहचान एक धर्म और एक जाति के रूप में नहीं हैं, लेकिन फिर भी भारत में एकता है। जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ छात्र सड़क पर उतर आए। इस विरोध प्रदर्शन में राजनीति से दूर रहने वाले कॉलेज का साथ आना सबसे अहम है।
Delhi: Congress MP Shashi Tharoor and Congress State President Subhash Chopra join protest against #CitizenshipAmendmentAct & #NationalRegisterofCitizens, outside Jamia Millia Islamia. pic.twitter.com/Qt3FB7ifSE
— ANI (@ANI) January 12, 2020
थरूर ने कहा कि, मोदी सरकार ने जानबूझकर एक खास धर्म के लोगों को छोड़ दिया। जामिया के छात्रों द्वारा सीएए के खिलाफ शुरू किए गए आंदोलन को एक महीने से ज्यादा हो गया है। कड़ी सर्दी में भी छात्र और स्थानीय लोग यहां से पीछे हटने को तैयार नही हैं। शुक्रवार शाम को भी प्रदर्शन स्थल पर कई सामाजिक व राजनीतिक लोगों ने पहुंचकर छात्रों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया था।
इससे पहले शशि थरूर जाम में फंस गए। पुलिस बैरिकेडिंग के कारण वो अपनी कार छोड़कर पैदल ही जामिया यूनिवर्सिटी गए। बता दें कि पिछले दिनों नागरिकता संशोधन को लेकर जामिया में हिंसा देखने को मिली थी। इस दौरान कई छात्र घायल हो गए थे। पुलिस को इस दौरान आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े थे।
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