शशि थरूर का PM मोदी पर तंज, कहीं 'मन की बात' भी 'मौन की बात' ना बन जाए
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र हमें किसी की आलोचना करने का अधिकार देता है। ऐसे में किसी की आलोचना राष्ट्र विरोध नहीं है। मॉब लिचिंग के बढ़ते मामलों पर चिंता जताने वालीं 49 जानी-मानी हस्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी को ये खुला पत्र लिखा है।
सात अक्टूबर को लिखी चिट्ठी में तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि, हमारा लोकतंत्र हमें किसी की आलोचना करने का अधिकार देता है। ऐसे में किसी की आलोचना को देशद्रोह की तरह देखना या ऐसे करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करना गलत है। थरूर ने पीएम मोदी के पुराने भाषण का हवाला देते हुए कहा कि आपने साल 2016 में अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत का संविधान एक पवित्र किताब है और ये यहां रहवे वाले सभी नागरिकों को विश्वास की स्वतंत्रता, भाषण और सभी नागरिकों की समानता का अधिकार देता है।
Urging all those who believe in #FreedomOfExpression to send this or similar letters to @PMOIndia @narendramodi urging him to affirm the constitutional principle of our Article 19 rights & the value of democratic dissent — even if more FIRs follow as a result! #SaveFreeSpeech pic.twitter.com/MDIrros64j
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 8, 2019
थरूर ने मोदी से अनुरोध किया कि उन्हें सार्वजनिक रुख अपनाकर असहमति को स्वीकार करना चाहिए और राष्ट्र को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन देना चाहिए, भले ही इसमें आपकी या आपकी सरकार से असहमति क्यों ना शामिल हो। थरूर ने कहा कि ऐसे में हम चाहते हैं कि भारत के नागरिक के रूप में हम आपके सामने राष्ट्र महत्व से जुड़ी बातें रख पाएं। ताकि आप उसपर कोई फैसला ले सकें। हमें उम्मीद करते हैं कि आप भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करेंगे ताकि 'मन की बात' 'मौन की बात न' बन पाए।
थरूर ने कहा कि, अगर ब्रिटिश राज में लोगों ने असहमति जताने की हिम्मत नहीं दिखाई होती तो स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर भारत का इतिहास कुछ और होता। थरूर ने पत्र में कहा, 'देश में मॉब लिचिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर 23 जुलाई 2019 को आपको पत्र लिखने वाले चिंतित भारतीयों के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर में प्राथमिकी दर्ज किए जाने से हम बेहद चिंतित हैं।
बता दें कि इस साल जुलाई में देश के कुछ लेखकों और अन्य बड़ी हस्तियों ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर देश में हो रही लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता जताई थी। पीएम मोदी को लिखे इस पत्र के बाद बिहार में इन सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।
अफगानिस्तान: अलकायदा के खूंखार आतंकी आसिम उमर को अमेरिका ने किया ढेर