शरजील इमाम के भाई को पुलिस ने हिरासत में लिया, परिवार से भी पूछताछ जारी
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध कर रहे एक्टविस्ट शरजील इमाम के भाई को पुलिस ने आज सुबह हिरासत में ले लिया है। इससे पहले शरजील इमाम के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। दरअसल जिस तरह से शरजील इमाम का विवादित वीडियो सामने आया था उसके बाद वह चर्चा में आ गए थे, जिसके बाद शरजील के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर लिया है। शरजील के भाई को जहानाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस शरजील के परिवार से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि उन्हें इस मामले में अहम सबूत मिले हैं।
पूछताछ जारी
शरजील के भाई से बिहार में जहानाबाद पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। हालांकि दूसरे व्यक्ति की अभी तक पहचान सामने नहीं आ सकी है जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। जहानाबाद के एसपी मनीष कुमार ने बताया कि पुलिस रविवार को शरजील के पुश्तैनी घर गई थी जोकि काको थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। घर पर शरजील नहीं मिला था लेकिन उसके दो रिश्तेदार और उनका ड्राइवर यहां पर मिले जिन्हे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी
बिहार और दिल्ली की पुलिस टीमों ने सोमवार को शरजील की धरपकड़ के लिए अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच जिसने शरजील के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है, उसने पांच टीमों को शरजील के ठिकानों पर तैनात किया है। दिल्ली, मुंबई और पटना में में भी कई जगहों पर शरजील की धरपकड़ के लिए छापेमारी की। लेकिन अभी तक शरजील का कोई पता नहीं चल सका है। इसके अलावा मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश की पुलिस ने इमाम के खिलाफ केस दर्ज किया है।
कौन है शरजील
बता दें कि शरजील इमाम कंप्यूटर साइंस विषय से आईआईटी मुंबई से ग्रैजुएट हैं और यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह दिल्ली के जेएनयू से रिसर्च के लिए पहुंचा था। जिस तरह से उसका विवादित वीडियो सामने आया था, जिसमे उसने विवादित भाषण दिया था, उसके बाद उसके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया था। शरजील ने कथित वीडियो में असम को भारत से अलग करने की बात कही थी। इससे पहले उसके खिलाफ इसी तरह की बयानबाजी के चलते यूपी की अलीगढ़ पुलिस ने केस दर्ज किया था, जब उसने एएमयू में विवादित बयान दिया था। इन तमाम केस के बाद जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर ने इमाम को समन भेजा है कि वह 3 फरवरी से पहले उपस्थित होकर कथित वीडियो पर अपना पक्ष रखें।