तो अब सोशल मीडिया पर आतंकियों का पता लगाने में अमेरिका करेगा भारत की मदद
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच आतंकियों की जानकारी को साझा करने के लिए एक एग्रीमेंट साइन किया है। भारत की ओर से संयुक्त गृह सचिव राजीव महर्षि ने इस पर साइन किए तो अमेरिका की ओर से भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने इस पर साइन किए हैं। इस एग्रीमेंट के साइन होने के साथ ही आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों को लड़ाई में काफी मदद मिलने वाली है।
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सोशल मीडिया पर आतंक के खिलाफ लड़ाई में मदद
अमेरिका की ओर से वर्ष 2012 में इस तरह का प्रस्ताव पेश किया गया था लेकिन भारत ने कभी भी सिक्योरिटी एजेंसियों की चिंताओं की वजह से इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। हालांकि इस बार भारत को भरोसा है कि इस एग्रीमेंट के बाद उसे बड़े पैमाने पर मदद मिलेगी। खासतौर पर सोशल मीडिया पर एक्टिव आतंकियों से जुड़ी जानकारी जुटाने पर।
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साइबर टेररिज्म में होगा मददगार
भारत को इस एग्रीमेंट की वजह से इंटरनेट पर मौजूद आतंकियों से लड़ाई में मदद मिल सकेगी। अमेरिका हमेशा से ही साइबर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में काफी मजबूत है और किसी भी तरह की संदिग्ध परिस्थिति में अमेरिका भारत को मदद कर सकेगा।अमेरिका आतंकियों का पता लगाने में भी भारत से काफी आगे रहेगा।
इंटेलीजेंस ब्यूरो की चिंताएं हुईं दूर
अमेरिका ने वर्ष 2012 में जब यह प्रस्ताव भारत को दिया था तब इंटेलीजेंस ब्यूरो ने इस पर अपनी कुछ चिंताएं जाहिर की थीं। इंटेलीजेंस ब्यूरो को लगा था कि सिर्फ भारत को ही सारी जानकारी मुहैया करानी होगी और अमेरिका इस जानकारी को शेयर करने से बचेगा। फिलहाल अब इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारियों को भी इस नए एग्रीमेंट पर कोई एतराज नहीं है। उन्होंने भी इसे भारत के लिए मददगार करार दिया है।