मोदी सरकार की वापसी के संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार में आया उछाल
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सत्ता और विपक्ष ने अपनी कमर कस ली है। दोनों तरफ से पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार तेज हो गया है। भारतीय शेयर बाजार भी लोकसभा चुनाव पर नजर रखे हुए है। शुक्रवार को शेयर बाजार में मोदी सरकार की वापसी के संकेतों के बीच तेजी देखी गई। भारतीय शेयर बाजरों ने अपने प्रमुख इंडेक्सों के साथ तीन सालों में लाभ कमाया है।
मोदी सरकार की वापसी की संकेतों से शेयर बाजार मजबूत
भारतीय
शेयर
बाजार
का
बेंचमार्क
एस
एंड
पी
बीएसई
सेंसेक्स
में
शुक्रवार
को
बढ़ोतरी
देखी
गई।
सुबह
9.53
मिनट
पर
ये
38,602.13
अंको
तक
पहुंचा।
जो
अगस्त
के
बाद
से
साप्ताहित
तौर
पर
सबसें
लंबा
खीचने
वाला
रहा।
जून
के
आखिरी
तिमाही
के
बाद
ये
तेजी
देखी
गई।
नेशनल
स्टॉक
एक्सचेंज
वाला
निफ्टी
में
भी
0.1
फीसदी
का
इजाफा
हुआ।
स्थानीय
शेयरों
के
विदेशी
प्रवाह
में
भी
तेजी
देखी
गई
जो
कि
साल
भर
में
6.5
बिलियन
से
अधिक।
ये
एशिया
में
चीन
के
बाहर
सबसे
बड़ी
तेजी
है।
नरेंद्र
मोदी
की
अगुवाई
वाली
मोदी
सरकार
के
दोबारा
सत्ता
में
वापसी
की
संभावना
के
बीच
ये
तेजी
देखी
गई।
वोटों
की
गिनती
23
मई
को
होगी।
सेंसेक्स और निफ्टी के शेयरों में तेजी
बीएसी
लिमिटेड
के
19
सेक्टर
इंडेक्स
में
18
में
ये
लाभ
दिखा,
जो
दूरसंचार
स्टॉक्स
के
आंकड़े
हैं।
31
सेंसेक्स
मेंबर
में
से
22
सदस्य
और
निफ्टी
के
50
शेयरों
में
से
33
में
फायदा
मिला।
सरकारी
स्वामित्व
वाले
हिंदुस्तान
पेट्रोलियम
कॉर्पोरेशन
का
3.7
प्रतिशत
लाभ
निफ्टी
के
सदस्यों
में
सबसे
अधिक
था।
एसबीआई
लाइफ
इंश्योरेंस
कंपनी
4.9
प्रतिशत
गिरी,
जो
पिछले
छह
महीनों
में
से
सबसे
अधिक
है।
ब्लूमबर्ग
के
कल
के
आंकडो
के
मुताबिक
पिछले
नवंबर
के
बाद
से
वोडाफोन
आइडिया
लिमिटेड
ने
11
प्रतिशत
की
छलांग
लगाई।
ये
शेयर
बिना
अधिकार
के
के
विकल्प
के
बिना
व्यापार
कर
रहे
हैं
जिसने
250
अरब
रुपये
जुटाने
की
योजना
बनाई
है।
कब हैं लोकसभा चुनाव?
गौरतलब है कि 17वीं लोकसभा के लिए 7 चरणों में मतदान होंगे। जो 11 अप्रैल से शुरु होंगे और 19 मई को खत्म होंगे। 23 मई को वोटों की गिनती होगी। इस बार 90 करोड़ लोग अपने मतदान का प्रयोग कर सकेंगे। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है। पिछली बार भाजपा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जिसने अपना कार्यकाल पूरा किया। इस बार लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम के विधानसभा चुनाव भी होंगे।
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