शरद पवार का बीजेपी पर तंज, कहा- न करें घमंड, इंदिरा और अटल जैसे दिग्गज नेता भी हार गए थे चुनाव
नई दिल्ली: एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। पवार के मुताबिक मतदाताओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गज नेता भी चुनाव हार चुके हैं। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से मतभेद की खबरों को खारिज किया है। पवार के मुताबिक महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है।
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दरअसल विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि 'मी पुन्हा आई' यानी वो दोबारा वापस आएंगे। शिवसेना के मुख्यपत्र सामना को इंटरव्यू देते वक्त शरद पवार ने इसी बयान को लेकर फडणवीस और बीजेपी पर निधाना साधा। उन्होंने कहा कि इस बयान से अहंकार की बू आती है। किसी को भी देश के मतदाताओं के प्रति गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गज नेता भी चुनाव हार गए थे। इसका मतलब है कि लोकतांत्रिक अधिकारों के संदर्भ में, आम आदमी नेताओं की तुलना में ज्यादा समझदार है। अगर हम नेता लाइन को पार करते हैं, तो वो हमें एक सबक सिखाता है।
अब पीएम मोदी के लद्दाख दौरे की एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार ने की तारीफ, बोले .....
'विधानसभा
चुनावों
में
बीजेपी
का
प्रदर्शन
खराब'
शरद
पवार
ने
कहा
कि
महाराष्ट्र
में
सरकार
का
बदलना
कोई
दुर्घटना
नहीं
है।
महाराष्ट्र
की
जनता
ने
लोकसभा
चुनावों
में
बीजेपी
को
वोट
दिया,
लेकिन
विधानसभा
में
उनका
मूड
बदल
गया
और
वो
हमारे
पक्ष
में
आ
गए।
पवार
के
मुताबिक
कई
राज्यों
के
विधानसभा
चुनावों
में
बीजेपी
का
प्रदर्शन
काफी
खराब
रहा
है।
वहीं
लॉकडाउन
पर
सीएम
उद्धव
ठाकरे
से
मतभेद
के
सवाल
पर
उन्होंने
कहा
कि
ऐसा
कुछ
भी
नहीं
है।
पूरे
लॉकडाउन
के
दौरान
वो
सीएम
के
संपर्क
में
रहे
और
अभी
भी
उनकी
अच्छी
बातचीत
होती
है।
क्या
गिरेगी
सरकार?
सरकार
गिरने
के
सवाल
पर
पवार
ने
कहा
कि
महाराष्ट्र
में
गठबंधन
सरकार
को
किसी
भी
तरह
का
खतरा
नहीं
है।
उन्होंने
उद्धव
के
सीएम
बनने
से
पहले
वाली
सियासत
भी
देखी
है।
पिछले
पांच
सालों
में
शिवसेना
और
बीजेपी
की
सरकार
थी,
लेकिन
शिवसेना
के
विचारों
वाले
जो
वोटर्स
हैं,
वो
शिवसेना
के
कार्यकर्ता
ही
हैं।
उन
सभी
में
उस
सरकार
के
प्रति
एक
तरह
की
व्याकुलता
साफ
दिखाई
दे
रही
थी।
पवार
के
मुताबिक
उन्होंने
राज्य
में
महाविकास
आघाड़ी
का
प्रयोग
किया
था,
जो
कामयाब
रहा
है।