NCP चीफ शरद पवार के बयान पर बेटी सुप्रिया सुले ने दी सफाई, कही बड़ी बात
नई दिल्ली। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के राफेल पर पीएम मोदी को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मचा हुआ है। अब इस हंगामें में उनकी बेटी सुप्रिया सुले भी कूद पड़ी हैं। सुप्रिया ने कहा कि है उनके पिता शरद पवार ने जिस मराठी मीडिया हाउस को इंटरव्यू दिया था उसने उनकी बातों को गलत तरीके से लोगों के सामने पेश किया। वही सुप्रिया ने तारिक के पार्टी छोड़े जाने पर कहा कि उनके जाने का गम हमको है, लेकिन आश्चर्य है कि 20 सालों से पार्टी से जुड़े रहने वाले तारिक अनवर ने इस बारे में उनके पिता से से पूछा भी नहीं कि वास्तव में उन्होंने कहा क्या है।
पीएम को क्लीन चिट सच नहीं है: सुप्रिया
सुप्रिया ने कहा कि उनके पिता शरद पवार ने अपने दिए इंटरव्यू में राफेल डील पर पीएम मोदी को क्लीन चिट नहीं दी है। जो लोग ऐसा कह रहे हैं शायद वो लोग उनके पिता के इंटरव्यू को ठीक तरह से नहीं सुना है। या फिर वो जानबूझकर इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं। सुप्रिया ने कहा कि उनके पिता ने इंटरव्यू में कहा कि है कि तीन चीजें जिन्हें लोग अनदेखा कर रहे हैं। पहला राफेज जेट विमान की कीमत के वृद्धि के बारे में एक स्पस्टीकरण होना चाहिए। दूसरा राफेल पर जेपीसी की मांग की है और तीसरा उन्होंने जेपीसी पर बीजेपी के दोहरे चरित्र मानकों के बारे में बात की है।
तारिक अनवर ने इस्तीफा दे दिया
राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचाव में दिए गए एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) अध्यक्ष शरद पवार के बयान से उनकी ही पार्टी में भूचाल आ गया है। शरद पवार के बयान से नाराज होकर एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने पार्टी और लोकसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि शरद पवार ने राफेल डील पर उठ रहे विवादों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए कहा था कि उनकी मंशा पर शक नहीं किया जा सकता।
पवार के इस बयान से हुआ बवाल
गौरतलब है कि बीते बुधवार को एक मराठी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शरद पवार ने राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव किया था। राफेल डील को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा कि देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इरादों पर कोई शक नहीं है। पवार ने विपक्षी पार्टियों की उस मांग पर सवाल उठाए, जिसमें फाइटर जेट से संबंधित तकनीकी विवरण साझा करने की मांग की गई थी। पवार ने कहा कि विपक्ष की इस मांग का कोई मतलब नहीं है।