भाजपा के पास पवार की पॉवर, नरेंद्र मोदी हुए ताकतवर
लेकिन अब शरद पवार के समर्थन की बात कहने के बाद भाजपा को बल मिला है। शरद पवार ने यह सर्मथन जब किया है जब शरद पवार सत्ताधारी कांग्रेस का महाराष्ट्र में समर्थन करते आए हैं। इस विधेयक में दूरसंचार नियामक निकाय के पूर्व अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र को प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव बनाने में कानूनी अड़चनों को दूर करने के प्रावधान हैं।
मतभेद के संकेत हैं यह
जनसत्ता अखबार ने एक रिपोर्ट में बताया है कि शरद पवार के भाजपा को ट्राई कानून पर एकदम से दिए सर्मथन से झलक रहा है कि शरद पवार के यूपीए में मतभेद पनप रहे हैं। जो अब बाहर आना शुरू हो गए हैं। आपको बता दें कि शरद पवार ने कहा कि संसद में वह भाजपा का विरोध इस मसले पर नहीं करेंगे। जबकि कांग्रेस ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण कानून में संशोधन को सिरे से नकार दिया है।
कानून के मुताबिक नहीं कर सकते फिर से सरकारी नौकरी
अभी जो ट्राई का कानून है उसके मुताबिक नृपेंद्र मिश्रा फिर से सरकारी नौकरी नहीं कर सकते। जबकि वह रिटायर हो गए हैं। लेकिन भाजपा उन्हें प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त करके फिर से सरकारी नौकरी से नवाज रही है। जो ट्राई नियमों के खिलाफ है। जिसके कारण भाजपा कानून को ही बदलने की जिद पर अड़ी है।