ये है देश की सबसे सुरक्षित ट्रेन, हर कोच में लगे हैं CCTV कैमरे, किया गंदा काम तो...
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। ट्रेन में बढ़ते अपराधों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अब खुद को अपग्रेड करना शुरु कर दिया है। इस क्रम में सबसे पहला कदम है ट्रेन शान ए पंजाब। जी हां रेल में सुरक्षा उपाय बढ़ाने के बजटीय प्रस्ताव को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को नई दिल्ली में रेल भवन परिसर से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए गाड़ी संख्या 12497/12498 शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना का उद्घाटन किया।
हम नहीं सुधरेंगे... गतिमान हो या बुलेट ट्रेन, हम तो गंदगी फैलायेंगे!
इस मौके पर सुरेश प्रभु ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा भारतीय रेल की हमेशा प्राथमिकता रही है। सभी रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हेल्पलाइनें, सीसीटीवी कैमरे, आरपीएफ को संवेदी बनाने, एकीकृत सुरक्षा प्रणाली जैसे कदम उठाए गए हैं।
Shan-E-Punjab Express Becomes the First India Train Fitted with CCTV Surveillance Cameras.https://t.co/zb6iPCvuSL pic.twitter.com/RBZXXOJmYB
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 9, 2016
उन्होंने कहा कि रेलगाड़ियों में सुरक्षा में सुधार की दिशा में शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस में सीसीटीवी निगरानी कैमरे लगाना एक और कदम है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल गाड़ियों में सीसीटीवी कैमरा लगाना प्रौद्योगिकी दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रभु ने कहा कि टेक्नोलॉजी और मानव प्रयास दोनों साथ-साथ होने चाहिए।
Remote Flagging off of 1st Train (Shan-e-Punjab Ex)of IR fitted with Surveillance Cameras by MR @sureshpprabhu pic.twitter.com/RpD6Y0Smpp
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 8, 2016
शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि यह शान-ए-सुरक्षा का उदाहरण साबित होगा। उन्होंने रेल परिषर में भारतीय रेल सुरक्षा बढ़ाने के निरंतर उपाय कर रही है। 24 घंटे की हेल्पलाइनें, आपातस्थिति से निपटने के लिए मल्टीस्क्रीनिंग टेक्नोलॉजी, निगरानी और सुरक्षा प्रणाली जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। निगरानी प्रणाली मैसर्स ए पॉल इन्सट्रूमेंट कंपनी द्वारा 36.71 लाख रुपए की लागत से स्थापित की गई। कैमरे 12497 शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस के 02 स्लीपर कोच, 03 एसी चेयर कार तथा 16 गैर वातानुकूलित चेयर कार कोचों में लगाए गए हैं।
प्रत्येक कोच में 04-06 कैमरे इस तरह लगाए गए हैं कि कोच के प्रत्येक हिस्से की तस्वीर ली जा सके। रिकॉर्डिंग के लिए डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर है और इसमें एचडीडी तथा एसडी कार्ड, सॉफ्टवेयर, देखने के लिए डिस्प्ले मानिटर, आपस में जुड़े केबल, 12 बोल्ट की बिजली सप्लाई तथा उपकरण लगे हैं।