VIDEO:कांवड़िये के पैर दबाते दिखे शामली के एसपी अजय कुमार
शामली: सावन का महीना शुरू होने के साथ ही 17 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। कांवड़ यात्रा को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी प्रशासन मुस्तैद है। कांवड़ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं और जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। यूपी के कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों को भी बंद किया गया है। इस बीच यूपी के शामली जिले के पुलिस अधीक्षक का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो एक कांवड़िये का पैर दबाते हुए दिख रहे हैं।
|
शामली के एसपी का वीडियो वायरल
शामली पुलिस के आधिकारिक ट्वविटर अकाउंट से ये वीडियो शेयर किया गया है। इसमें शामली के एसपी अजय कुमार कांवड़िये के पैरों की मालिश करते दिखाई दे रहे हैं। शामली पुलिस ने ट्वीट कर लिखा कि सुरक्षा के साथ-साथ सेवा भी। आज दिनांक 26.07.19 को एसपी शामली श्री अजय कुमार द्वारा चिकित्सा शिविर का उद्धघाटन किया गया तथा चिकित्सा शिविर में आये हुए भक्तो की सेवा की गई।
एसपी की फूल बरसाने की तस्वीर सामने आई
शामली के एसपी अजय कुमार की एक तस्वीर भी सामने आयी है। इसमें वो हेलीकॉप्टर पर सवार होकर कांवड़ियों पर फूल बरसाते दिखाई दे रहे हैं। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक मेरठ, सहारनपुर और मुजफ्फरपुर में भी कांवड़ियों पर फूलों की वर्षा की गई। सहारनपुर पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर फूल बरसाए।
गाजियाबाद-मेरठ के स्कूल बंद
गौरतलब है कि गाजियाबाद के जिला प्रशासन ने जिले के स्कूल और कॉलेजों को 26 जुलाई से 30 जुलाई तक बंद करने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन के मुताबिक इन दिनों में कांवड़ियों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए ये निर्देश दिए गए हैं। 30 जुलाई को शिवरात्रि का महापर्व है। इस दिन गाजियाबाद के रास्ते में कांवड़ियों की भीड़ काफी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने 5 दिन के लिए स्कूल और कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया है। वहीं मेरठ के जिला प्रशासन ने भी 25 जुलाई से 30 अगस्त तक स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है।
शिव के भक्तों का वार्षिक तीर्थ कांवड़
कांवड़ यात्रा शिव के भक्तों के लिए वार्षिक तीर्थ है। कांवड़िए उत्तराखंड के हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री गंगा जल लाने के लिए जाते हैं। बिहार के सुल्तानगंज में भी कांवड़िए पवित्र गंगा जल को लाने के लिए जाते हैं। यह यात्रा काफी कठिन होती है क्योंकि इस दौरान जो गंगा जल होता है उसे जमीन पर नहीं रखना होता है। इसके अलावा खान-पान और बहुत छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है।
ये भी पढ़ें- कांवड़ यात्रा के चलते 5 दिन बंद रहेंगे गाजियाबाद के स्कूल-कॉलेज