शाहरूख ने दोहराई गलती और फिर से पीछे पड़ गया आंतकी हाफिज सईद
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा के बादशाह खान यानी कि शाहरूख खान के साथ एक बहुत बड़ी दिक्कत है कि वो बोलते ही नहीं बल्कि आवेश में आकर बहुत ज्यादा बोल जाते हैं। वो जब भी मुंह खोलते हैं एक नया विवाद बाहें फैलाकर उनका स्वागत करने लगता है।
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ताजा मसला देश में फैल रही असहिष्णुता का है जिस पर किंग खान ने अपनी जबान क्या खोली, मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद फिर से उनके पीछे पड़ गया।
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यह कोई पहला मौका नहीं है जब किंग खान के पीछे हाफिज सईद यूं पड़ा है, आज से दो साल पहले साल 2013 में भी शाहरूख को पाकिस्तान रहने के लिए सईद बोल चुका है जिस पर काफी हो-हल्ला मचा था, हंगामे की चिंगारी को देखते हुए किंग खान ने बकायदा प्रेस-वार्ता करके सफाई दी थी और मुंह ना खोलने की कसम खाई थी।
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भारत में मुस्लिम सुरक्षित नहीं
मामला 2013 का है जब आउटलुक मैंगजिन में दिये गये साक्षात्कार में शाहरूख मे कहा था कि उन्हें लगता है कि भारत में मुस्लिम भाईयों के साथ कहीं ना कहीं दिक्कते हैं, वो पूरी तरह सुरक्षित नहीं है।
असुरक्षा की भावना
किंग खान ने कहा था कि असुरक्षा की भावना के चलते ही उन पर भी कुछ लोग गाहे-बेगाहे आरोप लगाते रहते हैं कि मैं अपने देश से ज्यादा पड़ोसी देश के प्रति अधिक भावनाएं रखता हूं।
पीछे पड़ा हाफिज सईद
जिसके बाद आतंकी हाफिज सईद ने कहा कि शाहरूख आप पाकिस्तान आकर क्यों नहीं रहते हैं, जिस पर काफी बवाल मचा था।
शाहरूख ने दी थी सफाई
इसके बाद शाहरूख ने मुंबई में एक प्रेस वार्ता करके अपनी सफाई पेश की थी और कहा था कि पाकिस्तान बेवजह मुझे नसीहत ना दें वो जन्मजात भारतीय है और हमेशा रहेंगे। वो अपने देश में पूरी तरह से सुरक्षित है।
शाहरूख ने खायी थी कसम
किंग खान ने दुखी होकर कहा था है कि वो अब से देश के किसी भी राजनैतिक, विवादित और मजहबी मु्द्दों पर ना तो अपनी राय देंगे और ना ही कोई बयान। अगर लोगों को मुझसे कुछ भी पूछना है तो वो मुझसे मेरी फिल्मों के बारे में पूछें, मैं बेबाकी और आराम से उत्तर दूंगा।
शाहरूख खान भूले कसम
लेकिन किंग खान अपनी कसम को भूल गये और उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि देश में थोड़ी असहिष्णुता बढ़ी है, समाज ही नहीं दुनिया के नौजवान जल्दी रिएक्ट करते हैं लेकिन अफसोस आवाजें ही नहीं नकारात्मक आवाजें ज्यादा हो गई हैं, जो कि अच्छी बात नहीं है इसलिए हमें इस सोच को बढा़वा देना चाहिए कि भारत में सारे धर्म बराबर है।
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पाकिस्तान आने का न्यौता
जिसके बाद हाफिज सईद ने एक बार फिर से ट्वीटकरके कहा, 'कोई भी मुस्लिम, यहां तक की शाहरुख जो मुस्लिम होने के चलते भारत में दिक्कतें और भेदभाव का सामना कर रहे हैं, उनका पाकिस्तान में रहने के लिए स्वागत है, भारत में अल्पसंख्यकों खास तौर मुस्लिमों से भेदभाव किया जा रहा है, जिससे पता चलता है कि मोदी का भारत धर्मनिरपेक्ष नहीं है'।