शाहीन बाग: आखिरकार खुल गया एक रास्ता, लोगों को मिली बड़ी राहत
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में महिलाएं पछिले 70 दिनों से शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही हैं। लेकिन शनिवार को बड़ी खबर यह आई कि इस रास्ते को खोल दिया गया है। जानकारी के अनुसार कालिंदी कुंज 9 नंबर की सड़क को खोल दिया गया है। दरअसल प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए सुप्री कोर्ट ने वार्ताकार को नियुक्त किया था, जिन्होंने इन प्रदर्शनकारियों से बात की, जिसके बाद इस रास्ते को खोल दिया गया है। इस रोड के खुलने से बाटला हाउस, जैतपुर, जामिया नगर और होली फैमिली अस्पताल से फरीदाबाद जो लोग जाते हैं उन्हें काफी सहूलियत होगी।
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शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे धरने की वजह से बीते साल 15 दिसंबर से कई रास्ते बंद हैं। ये रास्ता भी तभी से बंद था। रास्ता खुलवाने और बीच का कोई रास्ता निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने भी मध्यस्थ नियुक्त किए हैं, जो बीते चार दिन से यहां पहुंचकर बातचीत कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त किए गए मध्यस्थों से बातचीत के बाद शनिवार को शाहीन बाग में धरना दे रहे लोग एक साइड की सड़क खोलने पर भी राजी हुए हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मध्यस्थों से कहा है कि वो एक सड़क की एक ओर बैठी हैं और दूसरी ओर से ट्रैफिक चलने पर उनको आपत्ति नहीं है। सड़क खोलने के लिए सुरक्षा का भरोसा और कुछ शर्तें प्रदर्शनकारियों ने रखी हैं।
शनिवार को शाहीन बाग पहुंचे मध्यस्थ सीनियर वकील संजय हेगड़े और एडवोकेट साधना रामचंद्रन के सामने प्रदर्शनकारियों ने एक ओर का रास्ता खोलने का विकल्प रखा। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि जितनी दूरी में प्रदर्शन है उतनी दूर डिवाइडर पर एल्युमीनियम की चादर लगाकर सड़क को बांट दिया जाए। प्रोटेस्ट को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाने के संबंध में आदेश जारी करे क्योंकि उन्हें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट सुरक्षा पर भरोसा दिलाए। ये होता है तो एक और का रास्ता खोला जा सकता है।
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