शूटिंग की इजाजत नहीं मिलने पर भड़कीं हेमा और शबाना, बोलीं- घर से बाहर ना निकले 65 से अधिक उम्र का नेता
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में शूटिंग को इजाजत मिल गई है लेकिन महामारी से अभिनेता और अभिनेत्रियों को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ नियम भी तय किए हैं। इसी कड़ी में सरकार ने 65 वर्ष से अधिक उम्र के कलाकारों के काम पर पाबंदी लगाई है जिसके बाद एक्ट्रेस शबाना आजमी, हेमा मालिनी और एक्टर परेश रावल जैसे कई कलाकारों का गुस्सा फूट पड़ा है। इन कलाकारों ने मानक ऑपरेटिंग प्रक्रिया (एसओपी) में संशोधन करने की मांग के अलावा सरकार से दिशा-निर्देशों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
65 साल से अधिक उम्र के कलाकारों को काम की अनुमति नहीं
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना को लेकर जारी होने वाली हर एडवाइजरी में 65 साल से अधिक के बुजुर्गों और 10 साल से कम के बच्चों से घर के भीतर ही रहने को कहा जा रहा है। इस दिशा निर्देश के बाद शबाना आजमी, हेमा मालिनी और एक्टर परेश रावल जैसे कई कलाकार अपनी शूटिंग पूरी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में इन कलाकारों ने अपना विरोध जताया है। हेमा मालिनी ने इस बाबत केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है और शबाना आजमी ने अपने एक बयान में राजनेताओं को निशाने पर लिया है।
शबाना आजमी ने राजनेताओं पर साधा निशाना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शबाना आजमी ने सरकार के इस फैसले को भेदभाव पूर्व बताया है। उन्होंने कहा, 'विकास खन्ना की बिना शीर्षक वाली फिल्म का एक छोटा से सीन अभी शूट किया जाना बाकी है, ऐसे नियमों के बाद इस प्रोजेक्ट का क्या होगा?' शबाना आजमी आगे कहता हैं, 'क्या निर्माताओं को जवान कलाकारों के बाल सफेद करके उनसे अभिनय करवाना चाहिए? और यह नियम सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री पर ही क्यों लागू है? राजनीति पर क्यों नहीं? क्या वह यह सुनिश्चित करेंगे कि 65 से ऊपर का कोई नेता किसी भी राजनीतिक रैली में शामिल नहीं होगा?'
अभिनेता परेश रावल ने दिया ये सुझाव
शबाना आजमी ने अपने बयान में फिल्म निर्माण में शामिल तकनीशियन और कलाकारों का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे लोग कोई बिजनेस नहीं चला रहे जिससे वे अपना नुकसान कर सकते हैं। शबाना के अलावा अभिनेता परेश रावल ने इस मुद्दे पर कहा, कोरोना काल में फिल्म निर्माताओं को अपने स्टाफ का अधिक ध्यान रखने की जरूरत है, उन्हें चाहिए कि वह आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था कराएं और लागातर सेट को सैनेटाइज भी किया जाए।
हेमा मालिनी ने गृह सचिव को लिखा पत्र
परेश ने आगे कहा, बहुत से ऐसे स्वास्थ्यकर्मी हैं जिनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक है और वह अपना काम करने में लगे हुए हैं। ऐसे डॉक्टर और नर्स तो कलाकार से भी अधिक खतरे में हैं। इसी क्रम में कुछ दिनों पहले हेमा मालिनी ने गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को एक पत्र लिखकर दिशा-निर्देशों में संशोधन करने का आग्रह किया था। उन्होंने अपने पत्र में अनुपम खेर, अमिताभ बंच्चन जैसे कलाकारों का उदाहरण देकर बताया था कि इन कराकारों के बिना उनके अधूरे प्रोजेक्ट पूरे नहीं किए जा सकते।
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