दिल्ली में पुलिस ने बाबा के आश्रम से 33 महिलाओं को बचाया, सेक्स रैकेट चलाने का आरोप
नई दिल्ली। देश की राजधानी में जिस तरह से आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम से सेक्स रैकेट चलाए जाने की खबर सामने आई उसके बाद पुलिस हरकत में आ गई है। खुद को बाबा कहने वाले वीरेंद्र देव दीक्षित के दिल्ली स्थित आश्रम में शनिवार को पुलिस ने छापेमारी की और यहां से 33 महिलाओं व 12 पुरुषों को छुड़ाया, इन सभी लोगों को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया। गौर करने वाली बात यह है कि महिलाओं ने मेडिकल जांच कराने से इनकार कर दिया, ऐसे में इस बात का भी शक है कि कहीं ये लोग ड्रग्स के प्रभाव में तो नहीं हैं।
33 महिलाओं को बचाया गया
दिल्ली पुलिस की टीम जब कंपिल और फर्रुखाबाद में आश्रम में छापेमारी करने पहुंची तो यहां के हालात देखकर वह दंग रह गई। यहां सीक्रेट आश्रम में 33 महिलाओं व 12 पुरुषों को रखा गया था, जिन्हें पुलिस ने छुड़ा लिया, ये सभी लोग बालिग हैं। घटना के बारे में एक पुलिसकर्मी ने बताया कि फर्रुखाबाद के सिकतरबाग और कंपिल की चौधराइन कॉलोनी में शनिवार को सुबह 7 बजे छापेमारी की गई। हमे आश्रम का दरवाजा खुलवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बुजुर्ग महिला व पुरुष ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया।
महिलाओं की स्थिति काफी बदतर
पुलिस के काफी दबाव डालने के बाद जब दरवाजा खुला तो उसमे दर्जनों छोटे-छोटे चैंबर थे, जिसमे काफी अंधेरा था, यह अंडरग्राउंड कोठरी जैसा है, जिसे काफी बड़े और भारी शटर से बंद किया गया है, इसके भीतर जाने के लिए रेंगना पड़ता है। पुलिस के अनुसार हर चैंबर में एक सीढ़ी है जो अंदर जाती है। उपर जो चैंबर तैयार किए गए हैं वह इतने खतरनाक हैं कि इसमे डर लगता है, यहां सभी महिलाएं ठंडी जमीन पर चटाई बिछाकर सो रही थीं।
चैंबर का रहस्य
वहीं सिकतरबाग के आश्रम में रहने वाली 25 वर्षीय युवती जोकि कुशीनगर की रहने वाली है ने बताया कि मेरे माता-पिता मुझे पांच साल पहले यहां छोड़कर गए थे, मैं तबसे यहां आध्यात्मिक शिक्षा ले रही हूं, हालांकि युवती ने यौन शोषण पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जानकारी के अनुसार इस आश्रम में यूपी, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व राजस्थान से महिलाएं थीं। फर्रुखाबाद के एसपी मृगेंद्र सिंह ने बताया कि किसी भी महिला ने यहां यौन शोषण की बात नहीं कही है। लेकिन हम उनकी मेडिकल जांच करवा रहे हैं, जिसके बाद उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने बयान के लिए पेश किया जाएगा। हम अभी तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि यह अंडरग्राउंड चैंबर्स क्यों बनाए गए हैं, इसकी जांच हो रही है।
बाबा के खिलाफ एफआईआर
जिन महिलाओं को पुलिस ने यहां से छुड़ाया है उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, यहां पर उन लोगों ने मेडिकल जांच को रुकवाने की मांग की। लोगों का आरोप है कि महिलाओं को उनकी मर्जी के बिना यहां रखा गया था, काफी समय से यहां मदद की गुहार की आवाजें आती थीं। पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमे वीरेंद्र देव भी शामिल है।
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