कोरोना संकट के बीच कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने उठाए ये बड़े कदम, ऐसे मिलेगा फायदा
नई दिल्ली। देश कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संकट के बीच कर्मचारी राज्य बीमा निगम (आईएसआईसी) ने कई कदम उठाए हैं। आईएसआईसी) ने अपने स्टॉक होल्डर्स के साथ-साथ दूसरे लाभार्थियों के लिए भी कदम उठाए हैं। ईएसआईसी में करीब 3.2 करोड़ बीमित व्यक्ति और कुल लाभार्थी 12 करोड़ है। बीमा निगम अपने बीमाकृत व्यक्तियों को टाई-अप अस्पतालों से सभी चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठाने की अनुमति दी है।
आईएसआईसी ने कोरोना मरीजों के लिए देश में 1042 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं। गुजरात में 200, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में 100-100, हरियाणा में 80, जम्मू में 50, पश्चिम बंगाल में 470, झारखंड में 42 बेड मुहैया कराए गए हैं। साथ ही 197 वेंटिलेटर वाले कुल 555 आईसीयू बेड भी ईएसआई लाभार्थियों और आम लोगों को राहत के लिए उपलब्ध कराए गए हैं।
लाभार्थियों की सुविधा के लिए ईएसआईसी अस्पतालों को कोरोना COVID19 हॉस्पिटल के रूप में तब्दील कर दिया गया है। अब इन निश्चित और तय अस्पतालों के लाभार्थी से अनुबंधित अन्य अस्पतालों से कोरोना के अलावा भी अन्य उपचार भी करा सकते हैं।
आईएसआईसी की ओर से गुरुवार को कहा गया है कि लाभार्थियों को संबंधित अवधि के लिए आपातकालीन और गैर-आपातकालीन सेवाओं सहित किसी भी चिकित्सा आवश्यकता के लिए अस्पतालों को टाई करने के लिए भेजा जा सकता है। कोरोना संकट के इस कठिन समय में ESI ने अपने लाभार्थियों की परेशानी को कम करने के लिए कदम उठाया है। इसके चलते अब आईएसआईसी ने लॉकडाउन अवधि के दौरान निजी केमिस्टों से लाभार्थियों को दवाओं की खरीद की अनुमति दी है। बाद में इसकी प्रतिपूर्ति आईएसआईसी की ओर से की जाएगी।
इसके साथ-साथ आईएसआईसी ने आज उन सभी नियोक्ताओं, कंपनियों को Contribution यानी योगदान को जमा करने का एक और अवसर दिया है। इससे उन सभी नियोक्ताओं को सुविधा होगी जिन्होंने योगदान अवधि की समाप्ति के बाद 42 दिनों के भीतर अप्रैल, 2019 से सितंबर, 2019 तक योगदान अवधि के लिए आईएसआईसी योगदान दर्ज नहीं किया था। इम्प्लॉयर को अब यह योगदान 15 मई 2020 तक दर्ज करने की अनुमति मिल गई है।
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