Serosurvey: मुंबई की मलिन बस्तियों के 75 फीसदी लोगों में मिली कोविड-19 एंटीबॉडी
Serosurvey: मुंबई की मलिन बस्तियों के 75 फीसदी लोगों में पाई गई कोविड-19 एंटीबॉडी
मुंबई। देश में महाराष्ट्र कोरोना प्रभावित राज्यों के टॉप प्रदेशों में एक है। प्रदेश की राजधानी मुंबई की मलिन बस्तियों में हुए हुए सीरो सर्वे (Serosurvey) में एक सकारात्मक बात सामने निकल कर आई है। मुंबई मलिन बस्तियों में किए गए इस सर्वे के तहत लोगों के किए गए कोरोना टेस्ट में 75 फीसदी लोगों कोविड-19 एंटीबॉडी पाई गई है।
मुंबई के Cuffe परेड एरिया की पांच मलिन बस्तियों में, 806 में से 605 लोगों में कोविड -19 एंटीबॉडी पॉजिटिव वाया गयाफ यह सीरोसेर्वे पांच स्थानों पर 5 से 10 अक्टूबर के बीच आयोजित किया गया था। सर्वेक्षण से पता चला है कि 75 प्रतिशत लोगों ने कोविड एंटीबॉडी के लिए सकारात्मक परीक्षण किया जो देश में रिपोर्ट की गई उच्चतम seroprevalence दरों में से एक है।
बृहद मुंबई महानगर पालिका की seroprevalence औसत 45 प्रतिशत झुग्गियों में और 18 प्रतिशत इमारतों में है। ये झुग्गियां अभी तक बीएमसी सीरो सर्वे अध्ययन में शामिल नहीं थीं। चश्मदीद फाउंडेशन और भाजपा पार्षद हर्षिता नार्वेकर ने झुग्गी निवासियों के लिए seroprevalence सर्वे करवाया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि परीक्षण किए गए 806 रोगियों में से केवल आठ कोविड के पूर्व में सकारात्मक परीक्षण किए गए थे। आइबेट्स फाउंडेशन ने इस तथ्य से इनकार नहीं किया कि यह संभव है कि बहुत से लोग पिछले संक्रमण के बारे में जानकारी देने के लिए तैयार नहीं थे या एक दूसरे के संपर्क में आने से संक्रमण हुआ।
"कुल 31 लोगों ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या उन्हें पूर्व में कोरोनोवायरस था जो वायरस से जुड़े लक्षणों की ओर इशारा करते हैं। अध्ययन में आगे कहा गया है कि 18 -40 के बीच की आयु के 78 प्रतिशत, 40 -60 के बीच की आयु के 74 प्रतिशत और 60 से अधिक आयु वर्ग के 76 प्रतिशत लोगों ने कोविड -19 एंटीबॉडी के लिए सकारात्मक परीक्षण किया। सर्वेक्षण में जिन लोगों का परीक्षण किया गया, उनमें पुरुषों में 70.8 प्रतिशत की तुलना में महिलाओं में seroprevalence 79.3 प्रतिशत था। वर्तमान समय में अब वैक्सीन के वितरण पर चर्चा की जा रही है। ये सर्वेक्षण से हमें यह जानने में मदद मिलेगी कि किसे प्राथमिकता पर वैक्सीन दी जानी चाहिए। एंटीबॉडी वाले लोगों की संख्या अधिक हो सकती है लेकिन फिर भी, सभी को मास्क और सोशल डिस्टेसिंग जैसी आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।
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