दिल्ली में कल से शुरू होगा सेरोलॉजिकल सर्वे, इतिहास ऐप की भी ली जाएगी मदद
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले सरकार के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने दिल्ली की कमान संभाल ली है। इस संबंध में गृहमंत्री अमित शाह ने 21 जून को दिल्ली के मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव, एम्स डायरेक्टर और ICMR निदेशक के साथ बैठक की थी। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए थे। इन फैसलों की समीक्षा के लिए गुरुवार को केंद्रीय गृह सचिव ने अधिकारियों के साथ बैठक की।
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गृह मंत्रालय के मुताबिक राजधानी दिल्ली में तय वक्त पर सभी फैसले लागू हो रहे हैं। साथ ही कोविड-19 संबंधित टास्क के लिए जिला स्तरीय टीमें भी गठित की गई हैं। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कंटेनमेंट जोन और क्लस्टर जोन को दोबारा से तय करने का काम 26 जून तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा डोर टू डोर हेल्थ सर्वे को भी 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
वहीं गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश के मुताबिक सेरोलॉजिकल सर्वे पर भी बैठक में चर्चा की गई। जिसे NCDC और दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से करेगी। ये सर्वेक्षण 27 जून से शुरू किया जाएगा, जिसके लिए टीमों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके तहत लोगों के खून का सैंपल लिया जाएगा, उसके बाद ये पता लगाया जाएगा कि उनमें कोरोना की एंटीबॉडी तो नहीं है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए अरोग्य सेतू ऐप और इतिहास ऐप के संयुक्त प्रयोग की मंजूरी दे दी है। NCDC ट्रेनर ने भी जिला स्तरीय टीमों को इस संबंध में ट्रेनिंग दी है।
दिल्ली
में
तेजी
से
बढ़
रहे
मामले
पूरे
देश
में
अब
तक
4,90,827
मामले
सामने
आ
चुके
हैं।
जिसमें
73,780
मामले
तो
सिर्फ
राजधानी
दिल्ली
से
सामने
आए
हैं।
इसमें
से
2,429
मरीजों
की
मौत
हुई
है,
जबकि
44,765
लोग
ठीक
हो
चुके
हैं।
इस
वजह
से
अब
एक्टिव
केस
की
संख्या
26,586
ही
है।
दिल्ली
में
बेड
कम
न
पड़े,
इसके
लिए
केंद्र
सरकार
ने
आइसोलेशन
कोच
की
भी
व्यवस्था
की
है।