पापा के प्यार से लेकर ड्राइवरों को मुक्ति तक, सीरियल किलर आदेश खामरा के इमोशनल बहाने
भोपाल। करीब 33 लोगों की हत्या में शामिल मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सीरियल किलर आदेश खामरा को लेकर लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। उसने जिन हत्याओं को अंजाम दिया उनमें कई ट्रक ड्राइवर और खलासी थे। इन हत्याओं को उसने जिस तरह से खास अंदाज में अंजाम दिया यही वजह थी कि शुरूआत में किसी को उस पर शक तक नहीं हुआ। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उन्हें भी ये उम्मीद नहीं थी कि ये सीरियल किलर हो सकता है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस आदेश खामरा से ही कबूल कराना चाहती थी कि आखिर कैसे उसने इन हत्याओं को अंजाम दिया? हालांकि खामरा ने पूछताछ में खुद के बचाव को लेकर कई इमोशनल बहाने बनाए। ऐसे सूरत में पुलिस ने खास रणनीति अपनाई, जिससे इस सीरियल किलर का सच सामने आ सके।
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खामरा का इमोशनल दांव- घर से दूर रहने वालों को मारकर कष्ट से करता था दूर
दरअसल आदेश खामरा से जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की उसने इमोशनल कार्ड खेला। उसने कहा कि ये हत्याएं उसने इसलिए कीं जिससे मरने वालों को अपने घर से दूर रहने की वजह से कष्टों से मुक्ति मिल सके। आदेश खामरा ने कहा कि ट्रक पर रहने वाले लोग घरों से दूर रहते थे, इससे उनका मन नहीं लगता था और परेशान भी होते थे इसलिए वो उन्हें मारकर कष्टों से पार करा देता था।
'बेरहम बनने के पीछे उसका बचपन'
इतना ही नहीं आरोपी खामरा ने पुलिस के सामने खुद को बेचारा बताते हुए कहा कि उसे कभी उसके पिता से प्यार नहीं मिला। उसके बेरहम बनने के पीछे उसका बचपन है। उसके बचपन से ही उससे बेरहमी से मारपीट करते थे। यह सिलसिला उसकी किशोरवस्था तक जारी रहा। इसी की वजह से वो बहक गया उसने ये रास्ता अपनाया। हालांकि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ये इमोशनल बहाने वो खुद को बचाने के लिए बना रहा है। ऐसे में पुलिस ने खास तरीके से उससे इन हत्याओं का सच उगलवाने की रणनीति अपनाई।
पुलिस ने मनोवैज्ञानिक दबाव बनाकर उगलवाया राज
पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि ऐसे अपराधी बेहद शातिर होते हैं और मार-पिटाई से नहीं डरते, ऐसे में मनोवैज्ञानिक दबाव के जरिए उनसे राज उगलवाया जा सके ये कोशिश की जाती है। खामरा के मामले में पुलिस का ये दांव कामयाब रहा। पुलिस ने जब आदेश खामरा को ये बताया कि उसकी हत्याओं से उसके परिवार को कई कष्ट झेलने पड़ रहे हैं, उनका अहित हो रहा है तो खामरा टूट गया, उसने हत्याओं को कबूल कर लिया।
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