देश के खिलाफ दंगा भड़काने के चलते मसरत आलम को 2 साल की जेल
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता ने मसरत आलम को एक बार फिर से पीएसए(पब्लिक सेफ्टी एक्ट) के तहत 2 साल के लिए जेल भेज दिया गया है। मसरत को इससे पहले भी 4 साल के लिए पीएसए के तहत जेल में भेजा गया था जिसे भाजपा-पीडीपी सरकार ने मसरत को रिहा कर दिया था।
मसरत आलम ने 17 अप्रैल को श्रीनगर की एक रैली में पाकिस्तान के समर्थन में जमकर नारे लगाये थे साथ ही पाकिस्तान के झंडे भी लहराये थे। जिसके बाद मसरत आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया था। इस रैली में हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी सहित कई नेता भी मौदूद थे।
मसरत आलम पर जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने कड़ी कार्यवाही करते हुए उसे वैली से दूर जम्मू के जेल में बंद कर दिया है। गौरतलब है कि पीएसए के तहत किसी भी व्यक्ति को 6 महीने तक बिना किसी मुकदमे के जेल में बंद रखा जा सकता है। पुलिस ने बताया कि मसरत को कोटबलवाल की जेल में बंद किया गया था, जिसे बीती रात श्रीनगर की जेल में भेज दिया गया।
वहीं पुलिस ने मसरत आलम सहित सैयद अली शाह गिलानी और कई अलगाववादी नेताओें के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इन सभी के खिलाफ सेक्शन 121 ए यानि देश के खिलाफ जंग को शुरु करने के तहत मामला दर्ज किया गया है। लेकिन अभी तक इस मामले में सिर्फ मसरत आलम के खिलाफ कार्यवाही हुई है।