पाकिस्तान का झंडा लहराने वाली आसिया अंद्राबी रिहा, पढ़ें उनका पूरा प्रोफाइल
जम्मू-कश्मीर की अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी से पब्लिक सेफ्टी एक्ट हटा लिया गया है। अब उन्हें रिहा कर दिया गया है। आसिया अंद्राबी ने केवल पाकिस्तान का झंडा फहरा चुकी हैं बल्कि समर्थकों के साथ श्रीनगर में पाक का राष्ट्रगान भी गा चुकी हैं। इस मामले में उसपर मुकदमा भी दर्ज किया गया था। आसिया अंद्राबी, हुर्रियत की महिला विंग 'दुख्तरान-ए-मिल्लत' (डॉटर ऑफ नेशन) की चीफ हैं। इस संगठन का उद्देश्य कश्मीर में इस्लामिक कानून लाना है। अंद्राबी का संगठन कश्मीर को भारत से अलग कराना चाहता है।
उन पर कश्मीर में हिंसा फैलाने और देश के विरुद्ध युद्ध छेड़ने जैसे संगीन आरोप लग चुके हैं। आसिया के पति का नाम आशिक हुसैन फक्तू है। आसिया के तीन भतीजों को भी आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोपों के चलते गिरफ्तार किया जा चुका है। आसिया अंद्राबी ने 2015 में 14 अगस्त को पाकिस्तान का झंडा फहराया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
आसिया का जन्म 1962 में श्रीनगर में हुआ था। उन्होंने श्रीनगर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की। आसिया के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ भी करीबी रिश्ते हैं।
नवंबर 2015 में आसिया को नवाज शरीफ ने लिखी थी चिट्ठी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी को नवंबर 2015 में पत्र लिखा था। इसमें पाक के पूर्व पीएम ने लिखा था कि पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को 1947 में उपमहाद्वीप के बंटवारे के नियमों के तहत देखता है और अपने पक्ष पर कायम है। आसिया को धन्यवाद देते हुए उन्होंने लिखा था, 'मैं आपकी भावनाओं और विचारों के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। अल्लाह मुझे आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की शक्ति दे, जो आपने मुझसे और इस्लामिक लोकतंत्र पाकिस्तान से रखी हैं। आपने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के पक्ष पर अपना जो विश्वास कायम किया है उससे मुझे संतुष्टि मिली है।'