जेएनयू विवाद- उमर खालिद की फोन डीटेल करेगी षड़यंत्र को बेनकाब
नई दिल्ली। जेएनयू विवाद धीरे-धीरे मीडिया वर्सेज मीडिया और राजनैतिक दलों का अखाड़ा बन गया है। जेएनयू स्टूडेंट प्रेसीडेंट कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी को लेकर जमकर हंगामा हो रहा है। कन्हैया कुमार के अलावा जेएनयू कैंपस में नारे लगाते समय उनके साथ मौजूद उमर खालिद अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
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जेएनयू में हुई नारेबाजी के दिन उमर खालिद के फोन डिटेल से बड़ा चौंकाने वाली बात सामने आयी है। गौरतलब है कि कन्हैया कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया। अब कन्हैया ने पटियाला कोर्ट में बेल की याचिका दायर की है जिसपर आज सुनवाई होनी है।
103 बार की कश्मीर में की बात
घटना वाले दिन उमर ने 38 बार फोन किया था। यही नहीं 3 से 9 फरवरी के बीच उमर की 103 बार कश्मीर बात हुई। जिसमें से 38 फोन दिल्ली से किये गये जबकि 65 फोन रीसीव किये गये।
खाड़ी देशों से भी था संपर्क में
इस दौरान उमर ने कई खाड़ी देशों में भी बात की जिसमें बांग्लादेश सहित कई देश शामलि हैं।
एक महीने के दौरान 17 बार रहा रोमिंग पर
जेएनयू की घटना से पहले एक महीने के दौरान उमर 17 बार रोमिंग पर भी रहा।
उमर की तलाश में 13 टीमें, 10 राज्य में 80 छापा
उमर की तलाश में पुलिस की 13 टीमें देश के 10 राज्यों में 80 से अधिक जगहों पर छापेमारी कर चुकी हैं।
देश की कई विश्वविद्यालय में अलगाववादी छात्रों से किया संपर्क
सूत्रों की माने तो कई प्रदेशों की यूनिवर्सिटी में जाकर उमर ने अलगाववादियों से संपर्क की कोशिश की जो मुख्य रूप से छात्र थे।
कश्मीर के अलगाववादियों की मदद का शक
ऐसे में जांच एजेंसियो को इस बात पर भी शक है कि उमर कश्मीरी अलगाववादियों की मदद के लिए यह सब कर रहा था।