Ram Temple Trust के ऐलान की टाइमिंग पर ओवैसी ने उठाए सवाल, कहा-दिल्ली चुनावों के लेकर बीजेपी चिंतित
नई दिल्ली। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट बनाने का बड़ा ऐलान किया है, इस ट्रस्ट का नाम 'श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र' रखा गया है, लोकसभा में पीएम ने इसके साथ ही अयोध्या में सरकार द्वारा कब्जाई गई 67 एकड़ जमीन को भी ट्रस्ट को देने की बात की है, जिस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान की टाइमिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
|
'लगता है कि बीजेपी दिल्ली चुनावों को लेकर चिंतित है'
ओवैसी ने कहा कि संसद का सत्र 11 फरवरी को समाप्त हो रहा है, यह घोषणा 8 फरवरी के बाद की जा सकती है लेकिन लगता है कि बीजेपी दिल्ली चुनावों को लेकर चिंतित है और इसलिए उसने आज ये ऐलान कर दिया है लेकिन बाबरी मस्जिद के विध्वंस को हम भूलने वाले नहीं है, ओवैसी ने कहा कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को बताएंगे कि कैसे बाबरी मस्जिद टूटी है, ओवैसी ने कहा कि जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद का ढांचा ढहाया था, उन्हें ही मंदिर बनाने का काम सौंपा जा रहा है।
भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए एक वृहद योजना तैयार की गई है
मालूम हो कि पीएम मोदी ने आज संसद में कहा कि सरकार ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधित अन्य विषयों के लिए एक वृहद योजना तैयार की है। ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण और उससे जुड़े विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे
पीएम मोदी ने कहा कि 67.3 एकड़ जमीन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दी जाएगी। जबकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दी जाएगी, जबकि वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने ट्रस्ट के सदस्यों को लेकर एक ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि 'राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा।
यह पढ़ें: Birthday Special: आखिर अभिषेक और ऐश्वर्या क्यों हैं Made For Each Other?