शवों को घसीटने वाला भयावह वीडियो देख आक्रामक हुए राज्यपाल, ममता सरकार से कहा- सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी
शवों को घसीटने वाला भयावह वीडियो देख आक्रामक हुए राज्यपाल, ममता सरकार से कहा- सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। राज्यपाल ने ट्वीट मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आम लोगों के हित में राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने को कहा। दरअसल राज्यपाल ने ये प्रतिक्रिया कोलकाता में एक शवदाहगृह के वायरल वीडियो के बाद दी। बता दें कोलकाता के एक शवदाह गृह में शवों के निपटारे को लेकर एक हिला देने वाला वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता हैं कि यहां पर कुछ सड़े-गले शवों को एक गाड़ी में डाला जा रहा हैं। इस वीडियों में एक व्यक्ति एक शव को घसीटता हुआ नजर आ रहा है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी शेयर किया गया है और इस पर लोगों को गुस्सा जमकर फूट पड़ा। लोगों को आरोप हैं कि ये शव कोरोन मरीजों के हैं।
वहीं अब बंगाल के गवर्नर जगदीप धनकड़ ने मामले में जबदस्त गुस्सा जताते हुए इसके लिए जिम्मेदार अथॉरिटी से सफाई मांगी है। इतना ही नहीं राज्यपाल ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए लोगों से सर्जिकल स्ट्राइक करने की सलाह दी और ये भी लिखा कि आबकारी समेत कुछ विभागों में भ्रष्टाचार जमकर हो रहा हैं।, इसलिए लोगों के हित में इसके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी है। राज्यपाल का इशारा राज्य सरकार की ओर से जारी होने वाले टेंडरों को हर बार पसंदीदा ठेकेदारों को देने की ओर है। उन्होंने कहा कि उनके पास कई ऐसे अहम सुबूत आए हैं, जिससे पता चलता है कि पसंदीदा ठेकेदारों को ही सरकारी ठेके दिए जा रहे हैं। यह एक और घोटाले का प्रारूप है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को इससे सतर्क रहना होगा।
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राज्यपाल ने कहा यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने चिंता व्यक्त की और धनकड़ ने एक साथ कई सारे ट्वीट करके राज्य के गृह सचिव से जवाब मांगा हैं। उन्होंने कहा है कि इन शवों के अस्पताल में एडमिट किए जाने और उनके इलाज वगैरह की जानकारी दी जाए। उन्होंने ट्वीट में गुस्सा जताते हुए लिखा कि 'किसी इंसानी शव को ऐसे कैसे घसीटा जा सकता है? इससे ऐसा असंवेदनशील व्यवहार कैसे किया जा सकता है? यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।
पुलिस ने दी ये सफाई
हालांकि पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग और कोलकाता पुलिस ने वीडियो को नकली बताते हुए खारिज कर दिया है, इस वीडियो के वायरल होने के खुलासा होने पर सरकारी महकमें द्वारा सफाई दी गई है कि ये शव कोरोनावायरस मरीजों के नहीं थे, बल्कि ये शव लावारिस हैं जिनकी पहचान नहीं हो पाई थी। उनको लेने कोई नहीं पहुंचा था।
विचलित कर देने वाली हैं ये घटना, जानें क्या हैं वीडियो में
सूत्रों के अनुसार ये वीडियो बीते बुधवार का है जिसे दक्षिण कोलकाता के गरिया महाश्मशान में बनाया गया। जहां स्थानीय लोग नगर निगम की गाड़ी में कथित रूप से 13 शव लाने का विरोध कर रहे थे। बता दें गाड़ी से शवों को निकालकर शवदाहगृह के अंदर ले जाना शुरू हुआ जिसके बाद भयंकर बदबू फैल गई थी जिसके बाद विरोध कर रहे लोगों ने शवदाह गृह का गेट लॉक कर दिया। क्षेत्र के निवासी किरण मुलिक ने कहा, "मैंने अपने जीवन में पहले कभी ऐसा नहीं देखा हम आस-पास ही रहते हैं। इसमें कुछ शव खराब हो चुके थे कुछ में त्वचा की कोई परत नहीं थी। शरीर पर किसी भी तरह के कपड़े नहीं थे। लगभग 13 शव वहां थे। वे कर्मचारी हुक की मदद से वे उन्हें घसीटते हुए वैन से बाहर ले गए। आसपास के इलाके के लोगों के इकट्ठा होने के बाद वे शव लेकर चले गए, अन्यथा, वे उन्हें यहां छोड़ देते। केवल। शरीर में एक भयानक गंध थी। हम इसे फिर से नहीं होने देंगे। "
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प्रशासन ने दी ये सफाई
विरोध होने की बात पर वहां निगम के कुछ अधिकारी पहुंचे और शवों को दोबारा गाड़ी में डालकर वहां से हटाने का आदेश दिया। कोलकाता नगर निगम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के प्रमुख फरहद हाकिम ने सफाई दी है कि पहले लावारिस शवों का दाह संस्कार धापा शवदाह गृह में किया जाता था लेकिन 29 मई से उसे बस कोरोनावायरस मरीजों के शवों के लिए आरक्षित रखा गया है, इसलिए ये शव गरिया शवदाह गृह लाए गए थे ।