ओवैसी की मौजूदगी में युवती ने लगाए 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, राजद्रोह का केस दर्ज
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी के मंच से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाली लड़की के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। प्रदर्शनकारी लड़की का नाम अमूल्या लियोना है। बेंगलुरु पुलिस अभी अमूल्या लियोना से पूछताछ करेगी और इसके बाद कोर्ट में पेश करेगी। ओवैसी ने घटना की निंदा की। वहीं बीजेपी ने इस घटना के बाद ओवैसी पर निशाना साधा है।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि, अमूल्या लियोना के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (राजद्रोह का अपराध) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस पहले उससे पूछताछ करेगी और फिर उसे अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि, ओवैसी बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में सीएए विरोधी रैली में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान वहां यह लड़की मौजूद थी जो छात्र नेता बताई जा रही है। कार्यक्रम के बीच में ही वह मंच पर पहुंच गई और माइक पर 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' और 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए।
वहीं इस घटना के बाद आरोपी लड़की के पिता ने कहा कि, अमूल्या ने जो किया वह गलत है। उन्होंने कहा कि, कुछ अज्ञात लोगों ने उसे घेर रखा था। जिस वक्त उसने यह बयान दिया। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अमूल्या लेवोना नाम की उस लड़की को आखिर माइक क्यों दिया गया था? क्या उसे सीएए-विरोधी रैली को संबोधित करने के लिए मंच पर बुलाया गया था या वह अचानक मंच पर पहुंची थी।हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अमूल्या लियोना के पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की निंदा की और पल्ला झाड़ा है।
घटना के बाद मंच से लोगों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि वह युवती का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे (अमूल्या) ना तो मेरा कोई संबंध है और ना ही मेरी पार्टी का। आयोजकों को उसे यहां नहीं बुलाना चाहिए था। ओवैसी ने कहा, 'अगर मुझे यह पता होता तो मैं यहां नहीं आता। हमारे लिए भारत जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा। हम अपने दुश्मन देश पाकिस्तान का समर्थन नहीं करते हैं।' इस घटना पर आयोजकों का कहना है कि युवती को स्पीकर की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया था। उन्होंने पुलिस से मामले की जांच करने की मांग की है।
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