
उद्धव ठाकरे, आदित्य और संजय राउत के खिलाफ दर्ज हो देशद्रोह का केस, हाई कोर्ट में याचिका दायर कर लगाए ये आरोप
मुंबई, 28 जून : महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे और शिवसेना सांसद संजय राउत के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका दायर कर तीनों के खिलाफ देश द्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की गई है। प्रदेश में शांति भंग और अराजकता का आरोप लगाया है। पुणे के सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत पाटिल ने यह याचिका दायर की है।

हेमंत पाटिल ने उच्च न्यायालय से अनुरोध किया है कि वह इन तीनों को असंतुष्ट विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे के खिलाफ कोई और बयान देने से रोकें। याचिका में दावा किया गया है कि राज्य के ज्यादातर जिलों में उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत के उकसावे पर ही प्रदर्शन हो रहे हैं। पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जबकि पुलिस चुपचाप सब देख रही है।
संजय राउत दे रहे बागी विधायकों को धमकी
हेमंत पाटिल ने कहा कि बागी विधायक इसलिए असम चले गए हैं, क्योंकि उन्हें यहां जान को खतरा है। उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत की धमकियों के चलते वे असम में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि कि संजय राउत ने सभी 40 विधायकों को यह कहते हुए धमकी दी है कि उनके शव असम से आएंगे और पोस्टमॉर्टम के लिए सीधे मुर्दाघर भेजे जाएंगे। इस तरह वे दंगे की स्थिति को पैदा कर रहे हैं।
केंद्र सरकार सुरक्षा को लेकर चिंतित
हेमंत पाटिल ने अपनी याचिका में कहा कि केंद्र सरकार ने बागी विधायकों को वाई प्लस सिक्योरिटी दी है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश की हालत और कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। केंद्र सरकार विधायकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। पाटिल ने कहा कि उद्धव ठाकरे लगातार एकनाथ शिंदे के खिलाफ बयान दे रहे हैं, इसपर कोर्ट रोक लगाएं।
दिल से अभी भी आप शिवसेना के साथ
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने होटल में डेरा डाले हुए शिवसेना के बागी विधायकों से अपील की है। उन्होंने विधायकों को एक भावनात्मक संदेश में कहा कि आप अभी भी दिल से शिवसेना के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उनकी चिंता है। उन्होंने कहा कि आप पिछले कुछ दिनों से बंद हैं। हर दिन नई जानकारी सामने आती है। आप में से कई लोग अभी भी संपर्क में हैं।