लक्षद्वीप: डायरेक्टर आयशा सुल्ताना पर राजद्रोह का मामला दर्ज, कहा था- केंद्र ने 'बायो वेपन' तैनात किया
लक्षद्वीप: डायरेक्टर आयशा सुल्ताना पर राजद्रोह का मामला दर्ज, कहा था- केंद्र ने 'बायो वेपन' तैनात किया
नई दिल्ली, 11 जून: लक्षद्वीप की फिल्म डायरेक्टर और अभिनेत्री आयशा सुल्ताना के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। लक्षद्वीप पुलिस ने गुरुवार को आयशा सुल्ताना के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया है। आयशा सुल्ताना पर कोरोना वायरस को लेकर झूठ फैलाने का आरोप है। आयशा ने हाल ही में एक मलयालम टीवी डिबेट के दौरान कहा था कि 'केंद्र सरकार लक्षद्वीप में कोरोना वायरस का प्रसार जैविक हथियार (बायो वेपन) की तरह कर रही है।' आयशा सुल्ताना, जो कि एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, उन्होंने टीवी डिबेट में केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक प्रफुल के पटेल को ही 'बायो-वेपन' कह दिया था। भाजपा की लक्षद्वीप इकाई के अध्यक्ष सी अब्दुल खादर हाजी की शिकायत पर आईपीसी (देशद्रोह) की धारा 124 ए के तहत कवरत्ती पुलिस स्टेशन में आयशा सुल्ताना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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आयशा सुल्ताना के खिलाफ शिकायत में क्या कहा गया?
बुधवार (09 जून) को लक्षदीप की राजधानी कवरत्ती पुलिस में दायर अपनी शिकायत में भाजपा नेता अब्दुल खादर हाजी ने कहा आयशा सुल्ताना ने एक लयालम टीवी चैनल के डिबेट के दौरान केंद्र सरकार पर कोरोना को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। खादर की शिकायत में लक्षद्वीप में चल रहे विवादास्पद सुधारों पर मलयालम चैनल 'मीडियावन टीवी' पर हालिया बहस का हवाला दिया गया था, जिसमें आयशा ने कथित तौर पर कहा था कि केंद्र सरकार प्रफुल्ल पटेल को लक्षदीप पर 'बायो वेपन' के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इस टिप्पणी का भाजपा की लक्षद्वीप इकाई ने विरोध किया था। भाजपा कार्यकर्ताओं ने केरल में भी आयशा के खिलाफ शिकायत की थी।
'आयशा सुल्ताना का बयान पूरी तरह राष्ट्रविरोधी है'
भाजपा नेता अब्दुल खादर हाजी ने अपनी शिकायत में ये भी कहा है कि आयशा सुल्ताना का बयान पूरी तरह राष्ट्रविरोधी है। उन्होंने अपने बयानों से केंद्र सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि हम आयशा सुल्ताना के खिलाफ ये मामला इसलिए दर्ज करवा रहे हैं ताकि ऐसा भी कभी दोबारा ना हो।
पिछले दिनों बीजेपी नेताओं ने आयशा सुल्ताना के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए द्वीपों में विरोध प्रदर्शन किया था। एक फिल्म पेशेवर के तौर पर आयशा सुधारों और प्रस्तावित कानून के खिलाफ अभियानों में सबसे आगे रही हैं। सुल्ताना लक्षद्वीप के चेटियाथ द्वीप की रहने वाली हैं।
राजद्रोह के केस पर आयशा सुल्ताना ने क्या कहा?
आयशा सुल्ताना ने अपने विवादास्पद बयान को सही ठहराते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, ''मैंने टीवी चैनल की बहस में जैव-हथियार (बायो वेपन) शब्द का इस्तेमाल किया था। मैंने महसूस किया है कि प्रफुल के पटेल और उनकी नीतियों ने एक बायो वेपन के रूप में काम किया है। पटेल और उनके टीम के माध्यम से ही लक्षद्वीप में कोविड-19 फैला है। मैंने पटेल की तुलना सरकार या देश से नहीं, बल्कि एक बायो वेपन के रूप में की है... आपको समझना चाहिए। मैं उसे और क्या कहूं..."
लक्षद्वीप साहित्य प्रवर्तक संगम ने गुरुवार (10 जून) को आयशा सुल्ताना को समर्थन दिया। उन्होंने कहा, 'उन्हें देशद्रोही के रूप में चित्रित करना उचित नहीं है।