बाबरी विध्वंस की बरसीः UP में हाई अलर्ट, अयोध्या में धारा 144 लागू , अंसारी को फिर मिली जान से मारने की धमकी
अयोध्या। बाबरी विध्वंस की बरसी को देखते हुए इस वक्त उत्तर प्रदेश पुलिस हाई अलर्ट पर है, कई संगठनों ने आज के दिन को 'शौर्य दिवस' और कई ने 'काला दिवस' मनाने का ऐलान किया है, यूपी के सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है, वहीं अयोध्या में विशेष तौर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अंसारी को फिर मिली जान से मारने की धमकी
तो वहीं, सुप्रीम कोर्ट में चल रहे बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि मुकदमे में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को एक बार फिर से पत्र भेजकर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस बार पत्र भेजने वाले ने पत्र में ना सिर्फ इकबाल अंसारी को मुकदमा वापस लेने की धमकी दी है बल्कि बाबरी मस्जिद मुकदमे की वकालत कर रहे अधिवक्ता जफरयाब जिलानी के नाम का जिक्र भी इस पत्र में किया गया है।
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छावनी में तब्दील अयोध्या
आपको बता दें कि सुरक्षा के ही मद्देनजर अयोध्या में मंगलवार को पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च भी किया। 6 दिसंबर की सुरक्षा के मद्देनजर अयोध्या में 6 कंपनी पीएसी, 2 कंपनी आरएएफ के साथ 4 एडिशनल एसपी, 10 डिप्टी एसपी, 10 इंस्पेक्टर, 150 सब इंस्पेक्टर और 500 सिपाहियों की तैनाती की गई है।
अयोध्या शहर में धारा 144 लागू
शहर के सभी एंट्री पॉइंट्स पर बैरिकेडिंग की जा रही है, जिले में पहले से ही धारा 144 लागू है, इसके अलावा अयोध्या शहर में रूट डायवर्जन भी लागू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि राममंदिर निर्माण को लेकर शुरू हुए संतों के आंदोलन की वजह से इस बार फिर से अयोध्या पर राजनीतिक हलचल भी बढ़ी है। लोकसभा चुनाव करीब होने से आयोजन को लेकर विभिन्न संगठन सक्रिय हैं।
6 दिसंबर 1992
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद का विध्वंस कर दिया था। आज एक बार फिर से अयोध्या नगरी राम मंदिर को लेकर सुर्खियों में हैं, वीएचपी और हिंदूसंगठन इस वक्त पूरे भारत में राम मंदिर निर्माण को लेकर आंदोलन चला रहे हैं और सरकार पर मंदिर को लेकर दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं, फिलहाल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर जारी राजनीतिक बहस के बीच सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सुनवाई जनवरी 2019 तक टाल दी है लेकिन दलों का प्रयास मंदिर निर्माण को लेकर जारी है तो वहीं इस मसले पर राजनीति भी गर्मा गई है।
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