महिला तहसीलदार को आग से बचाने के दौरान झुलसे ड्राइवर की भी मौत, 8 महीने की गर्भवती पत्नी हुई बेसहारा
हैदराबाद। तेलंगाना में महिला तहसीलदार को कार्यालय में जिंदा जलाकर मारने के मामले में मंगलवार को एक और मौत हो गई। तहसीलदार को आग से बचाने के दौरान उनका ड्राइवर भी बुरी तरह झुलस गया था जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। बता दें कि सोमवार के दिन अब्दुल्लापुरमेट में तहसीलदार विजया रेड्डी (37) की उनके कार्यालय में जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी। हमले में आरोपी भी 60 फीसदी जल गया था और उसकी भी मौत हो गई थी।
राचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत ने जानकारी दी कि, विजया को बचाने की कोशिश में उनके दो कर्मचारी भी घायल हुए थे जिनमें से एक उनका ड्राइवर गुरुनाथम भी था। दोनों का अस्पताल में उपचार किया जा रहा थे लेकिन ज्यादा घायल होने की वजह से ड्राइवर ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि, घटना में हमलावर भी जल गया था और उसकी भी मौत हो गई थी। हमलावर का नाम पुलिस ने सुरेश बताया है, उसके परिवार वालों से पूछताछ की जा रही है।
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तहसीलदार
की
मौके
पर
ही
मौत
घटना
सोमवार
की
है
जब
विजया
रेड्डी
अपने
कार्यालय
में
काम
कर
रही
थीं
तभी
सुरेश
नाम
का
हमलावर
अंदर
घुसा
और
उनपर
पेट्रोल
डालकर
आग
के
हवाले
कर
दिया।
चीख
सुनकर
जब
कर्मचारी
अंदर
आए
तो
विजया
को
आग
की
लपटों
से
घिरा
पाया,
जबतक
उन्हें
बचाया
जाता
उनकी
मौके
पर
ही
मौत
हो
चुकी
थी।
पुलिस
ने
बताया
कि
मामला
जमीन
विवाद
का
है,
सुरेश
का
फोन
पुलिस
ने
जब्त
कर
लिया
है
और
जमीन
के
दस्तावेजों
की
जांच
की
जा
रही
है।
पुलिस में बताया कि, हम हर ऐंगल से मामले की जांच कर रहे हैं। सुरेश ने किसी के बहकावे में आकर ऐसा किया या हमला करने की कोई और वजह थी इसका भी पता लगाया जा रहा है। दिन दहाड़ें महिला तहसीलदार पर हुए हमले के बाद से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। मृतक गुरुनाथ अपने पीछे डेढ़ साल का एक बच्चा और अपनी 8 महीने की गर्भवती पत्नी को छोड़ कर गए हैं।