घाटी में बाढ़ राहत में लगे सैनिकों पर हमले, सरकार के पसीने छूटे
नई
दिल्ली(विवेक
शुक्ला)कभी
आपने
सुना
है
कि
कोई
जरूरतमंद
की
मदद
करे
और
फिऱ
भी
जूते
खाए।
कश्मीर
घाटी
में
यह
हो
रहा
है।
सरकार
इस
कारण
से
चिंतित
है।
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के अफसरों के बीच आज इस मसले पर राजधानी में बातचीत हुई। इसमें दोनों के शिखर अफसर मौजूद थे। तय किया गया कि शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाए।
जवानों पर हमला
श्रीनगर में आज एक बार फिर सेना और एनडीआरएफ के जवान जब बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में जुटे थे, गुस्साए स्थानीय लोगों ने जवानों पर हमला कर दिया, जिसमें एक एनडीआरएफ का जवान घायल हो गया।
कल भी इस तरह कुछ घटनाओं का पता चला था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हमले में राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) के जवान को हाथ पर कई चोटें आईं। उसे इलाज के लिए चंडीगढ़ भेज दिया गया है।
पूरा देश जानता है कि सेना और एयरफोर्स और दूसरे केन्द्रीय बलों के जवानों के दिन-रात मेहनत करने के कारण घाटी में हजारों लोगों की जान बचाई जा सकी।