भारत के विरोध के आगे झुके सऊदी प्रिंस सलमान, पाकिस्तान नहीं अब रियाद से ही आएंगे भारत
नई दिल्ली। सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान आज भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। यह उनका पहला भारत दौरा है और एक हफ्ते तक उनके दौरे का इंतजार हो रहा है। लेकिन एक हफ्ते बाद तस्वीर बदल चुकी है और भारत को अब उनके दौरे पर नाखुशी है। सऊदी प्रिंस ऐसे समय में दिल्ली पहुंच रहे हैं जब पुलवामा आतंकी हमले के दर्द से उबरने की कोशिशें हो रही हैं और वह पाकिस्तन होते हुए भारत आएंगे। इस बात को लेकर ही दिल्ली को खासी आपत्ति है। मंगलवार से सऊदी प्रिंस का दो दिवसीय भारत दौरा शुरू हो रहा है। इस दौरे पर भारत और सऊदी अरब के बीच रक्षा संबंधों को बढ़ाने पर तो चर्चा होगी ही साथ ही भारत आतंकवाद पर भी वार्ता करेगा।
पाकिस्तान से सऊदी अरब और फिर अपने देश से भारत
सऊदी प्रिंस को एमबीएस के नाम से भी जानते हैं। रविवार को वह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे थे। इसके साथ ही उनका दक्षिण एशिया का दौरा शुरू हो गया था। लेकिन सूत्रों की मानें तो वह सोमवार को सऊदी अरब वापस लौट गए थे। भारत की तरफ से इस बात पर विरोध दर्ज कराया गया था कि वह पाकिस्तान से होते हुए भारत आएंगे। सोमवार को ही सऊदी अरब के विदेश मंत्री की ओर से पाक से एक बयान जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि भारत और पाक के बीच पुलवामा हमले के बाद जो तनाव बढ़ गया है, रियाद उसे कम करने की कोशिश करेगा।
पाकिस्तान को मिला करारा झटका
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो सऊदी अरब ने पाकिस्तान के कश्मीर पर कायम रुख को मानने से इनकार कर दिया है। इसके साथ ही उसे सीमा पार से जारी आतंकवाद को लेकर भी चिंता है। भारत की ओर से प्रिंस सलमान के सामने आतंकी संगठनों को मिल रहे पाक के समर्थन का मुद्दा उठाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बुधवार को सऊदी प्रिंस से मुलाकात करेंगे तो उनका फोकस आतंकवाद पर होगा। दोनों पक्षों की ओर से ज्वॉइन्ट स्टेटमेंट जारी किया जाएगा जिसमें आतंकवाद का जिक्र होगा। इसके अलावा इस स्टेटमेंट में आतंकवाद से निबटने के उपायों पर भी बातें कहीं जाएंगी।
पांच समझौतों पर होंगे साइन
विदेश मंत्रालय के सूत्रों की ओर से कहा गया है कि दोनों पक्ष इस दौरान निवेश, पर्यटन, हाउसिंग, इनफॉर्मेशन और ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े पांच समझौतों पर साइन कर सकते हैं। सऊदी अरब की ओर से पुलवामा में हुए आतंकी हमले का विरोध भी किया गया है। आधिकारिक सूत्रों की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि सऊदी अरब अब भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को एक नए नजरिए से देखता है। ताकतवर खाड़ी देश अब काफी बेहतरी से सीमा पार से जारी आतंकवाद को समझने लगा है।
हैदराबाद हाउस में होगा स्वागत
सऊदी प्रिंस के इस दौरे पर दोनों देशों के नौसेनाओं के बीच ज्वॉइन्ट एक्सरसाइज पर भी वार्ता होगी। सऊदी अरब भारत को अलग-अलग आतंकी नेटवर्क्स के बारे में कई जानकारियां मुहैया कराता आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब साल 2016 में सऊदी अरब के दौरे पर गए थे तो उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद से जुड़ी इंटेलीजेंस साझा करने से जुड़ा एक समझौता साइन किया था। पीएम मोदी, हैदराबाद हाउस में सऊदी प्रिंस के लिए लंच होस्ट करेंगे।