गौतम नगर की घटना पर बोले सत्येंद्र जैन- डॉक्टरों के साथ भेदभाव करने वालों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकी के कई मामले सामने आ चुके हैं। बुधवार को राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में काम करने वाली दो महिला डॉक्टरों के साथ भी बदसलूकी की खबर आईं थीं। महिला डॉक्टरों पर कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप लगाते हुए उनके साथ बदसलूकी की गई। पूरे मामले पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का बयान आया है।
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गौतम नगर में महिला डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की खबर पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और हेल्थकेयर वर्कर्स के साथ भेदभाव करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, राजधानी में कोरोना टेस्टिंग को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि जैसे ही किट आ जाएगी, तुरंत रैपिड टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के 669 मामले सामने आए हैं जिसमें से 426 मामले निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दोनों महिला डॉक्टर जब खाना लाने के लिए निकलीं तो एक शख्स ने उन्हें घेर लिया और उनपर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाया।
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उस शख्स ने सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर महिला डॉक्टरों के साथ बदसलूकी करते हुए उन्हें वहां से जाने को कहा। घटना के बाद महिला डॉक्टरों ने अपने सीनियर डॉक्टर को पूरी बात बताई। सफदरजंग अस्पताल डॉक्टर्स रेजिडेंट असोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. मनीष ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि दोनों ही महिला डॉक्टर्स अपने घर के पास के बाजार में खाने का कुछ सामान लाने गई थीं और इसी दौरान उनके साथ बदसलूकी की गई। पड़ोसी ने उन्हें कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाते हुए गालियां देना शुरू कर दिया।
अपने सीनियर की सलाह पर दोनों डॉक्टरों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद 44 साल के शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली में इसके पहले भी डॉक्टरों और हेल्थकेयर वर्कर्स के साथ बदसलूकी के मामले सामने आ चुके हैं। कई जगह मकान मालिकों ने किराए पर रह रहे मेडिकल स्टाफ को घर खाली करने का दबाव बनाया और उनको संदेह की नजर से देखा जाने लगा। ये मामला सामने आने के बाद सरकार ने ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।