सुनिए, एक निजी हॉस्पिटल से स्वस्थ होकर लौटे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने क्या दी सफाई?
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी के बीच मुंबई और दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छिपा नहीं है। इसका ताजा नमूना दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येद्र जैन के कोरोना संक्रमित होने के बाद तब और साफ हो गया जब स्वास्थ्य मंत्री ने सरकारी हॉस्पिटल को छोड़कर दिल्ली के मैक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्टिल होना पड़ा। खैर, सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री स्वस्थ होकर कामकाज पर लौट आए हैं।
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कोरोना निगेटिव की पुष्टि के बाद सत्येंद्र जैन सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती हुए
गत 17 जून को कोरोना निगेटिव की पुष्टि के बाद सत्येंद्र जैन को सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, लेकिन दो दिन बाद ही गत 19 जून को साउथ दिल्ली के मैक्स अस्पताल में एडमिट कर दिया गया था, जहां उन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई थी, जिसके एक हफ्ते बाद ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई थी और अब जब वो काम पर लौट आए हैं, तो उन्हें सरकारी हॉस्पिटल से निजी हॉस्पिटल में शिफ्ट होने की सफाई देनी पड़ रही है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन स्वस्थ होकर काम पर लौट आए हैं
फिलहाल, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन स्वस्थ होकर काम पर लौट आए हैं और तब से लेकर अब तक दिल्ली में कोरोना संक्रमित और पीड़ितों की दशा-दिशा और खराब हो चुकी है। दिल्ली में वर्तमान में 1 लाख 27 हजार से अधिक संक्रमितों की संख्या पहुंच चुकी है और अब तक कुल 3663 पीड़ितों की मौत हो चुकी है। हालांकि इस दौरान दिल्ली में 1 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं, लेकिन 15 हजार से अधिक एक्टिव केस है।
स्वास्थ्य मंत्री जैन ने इमोशनल सफाई में कहा, 'मेरी पत्नी घबरा गई थी'
अब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की सरकारी हॉस्पिटल से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में शिफ्ट होने की सफाई भी सुन लीजिए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री जैन ने बेहद ही इमोशनल सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी घबरा गई थी। यानी दिल्ली के आम परिवार के संक्रमित सदस्यों की पत्नियां, मांएं और बहनें कोरोना की भयावहता से नहीं घबराती होंगी।
मुझे बताए बिना ही प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गयाः सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने आगे कहा, जब मैं राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती हुआ तो डॉक्टर्स ने बताया कि मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। एक दिन पहले मेरे ससुर के गुजर जाने की खबर आई थी, इससे मेरी पत्नी काफी घबरा गई थीं और उन्होंने मुझे बताए बिना ही मुख्यमंत्री से प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए कह दिया था।
दरअसल, जब मुझे प्लाज्मा थेरेपी देने की सलाह दी गई थीः स्वास्थ्य मंत्री
सत्येंद्र जैन ने आगे बताया, 'दरअसल, जब मुझे प्लाज्मा थेरेपी देने की सलाह दी गई, तब तक राजीव गांधी अस्पताल को प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति नहीं मिली थी. राजीव गांधी अस्पताल को अनुमति मिलने में 2 दिन का समय लगता, जबकि डॉक्टर्स की सलाह थी कि उसी दिन प्लाज्मा थैरेपी देनी की जरूरत थी. इसलिए प्राइवेट अस्पताल में मुझे शिफ्ट किया गया।
प्लाज्मा थेरेपी को वरदान बताया, मैं प्लाज्मा की वजह से स्वस्थ हुआ हूं
स्वास्थ्य मंत्री ने प्लाज्मा थेरेपी को वरदान बताते हुए कहा कि प्लाज्मा की वजह से वो स्वस्थ हुए हैं। कोरोना से रिकवर होने वालों से अपील करूंगा कि प्लाज्मा डोनेट जरूर करें और उन्हें जिस दिन डॉक्टर से निर्देश मिलेंगे, वो खुद प्लाज्मा डोनेट करने जाएंगे।
26 जून को सत्येंद्र जैन मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए
सत्येंद्र जैन को 15 जून की रात सांस लेने में तकलीफ के बाद राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 16 जून को पहले कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन लक्षण बरकरार रहने की वजह से 17 जून को हुए जांच रिपोर्ट में वो पॉजिटिव पाए गए थे। हालत गंभीर होने के बाद सत्येंद्र जैन को 19 जून की शाम को मैक्स साकेत में भर्ती कराया गया था। गत 26 जून को सत्येंद्र जैन अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे।